पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों को लेकर आज हम आपको जर्मनी का एक ऐसा वाक्या बताने जा रहे हैं। जिसे सुनने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे। दरअसल साल 2000 में जर्मनी की सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल के दामों में बढोतरी की थी, जिससे गुस्साए लोगों ने राजधानी बर्लिन की सड़कों पर अपनी गाड़ियां ले आए थे। यहां तक की ग्रामीण इलाकों के लोग भी अपने ट्रकों के साथ सड़कों पर उतर आए थे। लोगों ने सड़कों पर ही अपनी गाड़ियां खड़ी करके वापस घर लौट गए। जिसकी वजह से पूरी राजधानी में भीषण जाम लग गया था।
देश की राजधानी की ऐसी हालत देखकर सरकार में हड़कंप मच गया। जिसके बाद सरकार काफी परेशान हो गई कि आखिर ऐसा क्या किया जाए कि गुस्साए लोगों को शांत किया जा सके। काफी प्रयासों के बाद भी जब कोई खास नतीजा नहीं निकला तो सरकार को पेट्रोल-डीज़ल के बढ़े हुए दामों को वापस लेना पड़ा। बता दें कि इस साल यूरोप के ज़्यादातर हिस्सों में पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ा दिए गए थे। लेकिन जर्मनी के लोगों का यह फैसला पूरी दुनिया में मिसाल बन गया। आखिरकार जर्मनी की सरकार को जनता के आगे झुकना पड़ा।