घर पर पली बिल्ली के साथ रहने से इस बच्ची को ‘टाक्सो- पैराकेनिस’ नाम की बीमारी हो गई और जिसके चलते उसे अपनी एक आंख को खोना पड़ गया। डॉक्टरों ने जब इसकी जांच की तो वो खुद ही हैरान हो गए। क्योंकि इस तरह का केस यह तीसरा है
डॉक्टरों के द्वारा की गई जांच से यह बात सामने आई है कि यह बीमारी बिल्लियों के मल से होती है, जिसके वजह से बच्ची की एक आंख का पर्दा उखड़ गया था। बच्ची का इलाज एम्स के डॉक्टरों के देख रेख में चल रहा है। जिसके बाद से धीरे-धीरे उसकी आंखों की रोशनी वापस लौट रही है।
शुरूआती जांच में साधारण इन्फेक्शन होने की वजह से पहले बच्ची को इन्फेक्शन दूर करने की दवा दी गई थी लेकिन जब आंखों में धुंधलापन आने लगा को परिवार के लोग काफी घबरा गए और बच्ची को लेकर दिल्ली एम्स के नेत्र रोग विभाग पहुंचे। जहां पर विभागाध्यक्ष प्रो. परवेज खान ने इसकी जांच की। बच्ची के रहन-सहन के बारे में जानने के बाद बिल्लियों संग खेलने की जानकारी मिलने पर टाक्सो-पैराकेनिस की आशंका हुई। जांच में पता चला कि बिल्ली के मल से निकला टीनिया केंडिस परजीवी का जबरदस्त संक्रमण है, जिससे एक आंख का परदा उखड़ गया है। यह परजीवी बिल्ली के मल से इंसानी आंख में असानी से जाता है।
कुछ स्टेरायड और एंटीपैरासाइट दवाओं से बीमारी काबू हो गई। और अब बच्ची में सुधार भी देखने को मिल रहा है।