हर कोई कर रहा मयूरी की तारीफ
अपने भाई की पढ़ाई के प्रति लगन देख कर मयूरी ने उसे रोज स्कूल ले जाने का फैंसला किया। लेकिन इसके लिए सबसे बड़ी समस्या यह थी कि निखिल व्हीयल चेयर के अलावा किसी और चीज में नहीं बैठ सकता था। ऐसे में 16 साल की मयूरी ने अपने भाई की सहुलियत के लिए कुछ ऐसा अविष्कार कर डाला जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। पहले तो निखिल को उसके पापा स्कूटर से स्कूल छोड़ आते थे लेकिन निखिल की उम्र और वजन बढ़ने से अब ये संभव नहीं हो पा रहा था। ऐसे में मयूरी ने अपने भाई के लिए एक खास साइकिल बनाई है। जिसमें उसने निखिल के व्हीलचेयर को अपनी साइकिल के अगले हिस्से से जोड़ लिया है। अब निखिल बड़े आराम से इसमें बैठ के स्कूल जा सकता है।
स्कूल टीचर ने की मदद
साइकिल बनाने के इस काम में मयूरी की मदद उसके स्कूल के साइंस टीचर्स और टेक्निकल टीम ने की। जब मयूरी ने अपने भाई को स्कूल तक लाने के लिए स्कूल के प्रिंसिपल को यह आइडिया बताया तो उन्हें ये काफी पसंद आया। खास बात यह है कि इस काम को एक हफ्ते से कम समय में पूरा कर लिया गया और इसके अलावा साइकिल के इस मॉडिफिकेशन में निखिल की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा गया है। मयूरी के इस प्रयास को अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चुना गया है।