ये अनोखी शादी मुजफ्फरपुर के सकरा इलाके में देखने को मिली। यहां बाढ़ के पानी में नाव पर बैठकर दूल्हा गाजे-बाजे के साथ बारात लेकर पहुंचा। इस घटना के साक्षी बनने के लिए गांव के लोग भी पानी में उतर आए। घुटनों तक पानी भरे होने के बावजूद उन्होंने मन के जोश को कम नही होने दिया। बारात समस्तीपुर के ताजपुर थाने के मुसापुर गांव से मुजफ्फरपुर के सकरा के भटण्डी गांव आई थी।
बताया जाता है कि मुसापुर के मुहम्मद हसन रजा और सकरा भटण्डी गांव की मजदा खातून का निकाह तय हुआ था। दोनों परिवारों ने निकाह की डेट आगे बढ़ाने पर विचार भी किया, लेकिन बात नहीं बनी। आखिरकार दोनों पक्षों ने इस मुश्किल हालात में ही शादी करने का फैसला किया। दूल्हा घोड़ी की जगह नाव पर बैठकर आया। गांव वालों की मदद से सारी रस्में निभाई गईं। बाद में इसी में बैठकर विदाई भी हुई। स्थानीय लोगों के अनुसार मुरौल के मोहम्मदपुर कोठी में तिरहुत नहर का तटबंध टूटने से गांव बाढ़ की चपेट में आ गया। जिसके चलते परेशानियां ज्यादा बढ़ गई।