नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी(MS Dhoni ) आज यानी 7 जुलाई को 39 साल के हो गए। एमएस धोनी टीम इंडिया का वो सितारा हैं, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) को बहुत कुछ दिया है। धोनी जितने अच्छे खिलाड़ी हैं वो उतने ही अच्छे और शांत स्वाभाव के इंसान भी है। भारतीय क्रिकेट में 16 साल का उनका अब तक का सफर बेमिसाल रहा है।
M.S ने दिसंबर 2004 में इंटरनैशनल डेब्यू था। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ चिट्टगांव में पहली बार टीम इंडिया की नीली जर्सी पहनी। लेकिन MS इस वनडे मैच में 0 रन बनाकर रन आउट हो गए थे।
5 अप्रैल 2005 पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी के लिए बेहद खास दिन था। दरअसल, पाकिस्तान की टीम भारत दौरे पर थी। यहां सीरीज के दूसरे वनडे मैच में ही तब के कप्तान गांगुली ने उन्हें तीसरे नंबर पर बैटिंग के लिए भेजा और वे 123 बॉल में 148 रन ठोककर भारतीय टीम का स्कोर 300 के पार पहुंचा दिया। यह उनके वनडे करियर का 5वां मैच था।
इसी साल यानी 2005 में में श्रीलंका के खिलाफ जयपुर में खेले एक मैच में भारत 299 रन के टारगेट का पीछा कर रहा था। धोनी नंबर 3 पर आए और मैच के अंत तक बैटिंग की और 183 रन ठोक डाले। धोनी का यह स्कोर आज भी उनका वनडे क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर है।
2007 टी20 वर्ल्ड कप में महेंद्र सिंह धोनी ने इतिहास रच दिया। भारत न सिर्फ इस पहले वर्ल्ड टी20 के फाइनल में पहुंचा बल्कि उसने अपने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर इस खिताब पर कब्जा भी जमाया।
साल 2011 में भारत दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बना। भारत ने यहां फाइनल में श्रीलंका को हराकर दूसरी बार यह खिताब अपने नाम किया। कपिल देव के बाद धोनी दूसरे भारतीय कप्तान हैं, जिन्होंने विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम किया।
इस वर्ल्ड कप मुकाबले में भारत 275 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहा था। सचिन ,सहवाग और विराट के Out होने के बाद धोनी 5वें नंबर पर बैटिंग पर उतरे। धोनी ने इस मैच में गंभीर के साथ मैच विनिंग साझेदारी निभाई और टीम इंडिया को विनिंग सिक्स जड़कर खिताब दिलाया। इस मैच में उन्होंने नाबाद 91 रन बनाए थे।
इन सबके अलावा 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफधोनी ने अपने टेस्ट करियर का एकमात्र दोहरा शतक जड़ा। धोनी ने यहां 224 रन बनाए और भारत ने यहां 8 विकेट से जीत दर्ज की।