scriptराम मंदिर के लिए हिंदू-मुस्लिम कलाकार हुए एक, बनाया 21 कुंतल का भारी-भरकम घंटा | Hindu Muslim Artists Of Jalesar Made 21 Quintal Bell For Ram Mandir | Patrika News

राम मंदिर के लिए हिंदू-मुस्लिम कलाकार हुए एक, बनाया 21 कुंतल का भारी-भरकम घंटा

locationनई दिल्लीPublished: Aug 10, 2020 11:00:33 am

Submitted by:

Soma Roy

Ayodhya Ram Mandir Huge Bell : 25 कलाकारों की टीम ने तैयार किया है ये खास घंटा, अष्ट धातु से बनाया गया
सामप्रदायिक सद्भाव का भी प्रतीक होगा ये घंटा, 15 किलोमीटर दूर तक गूंजेगी आवाज

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Ayodhya Ram Mandir Huge Bell

नई दिल्ली। अयोध्या के राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के निर्माण के साथ ही करोड़ों भारतीयों का सपना पूरा होते हुए दिख रहा है। प्रभु श्रीराम के इस ऐतिहासिक मंदिर को भव्य तरीके से बनाया जा रहा है। इसमें लोग अपनी श्रद्धा के अनुसार कई चीजें दान भी कर रहे हैं। इसी सिलसिले में एटा जिले के जलेसर में अष्टधातु से एक विशालकाय घंटा (Huge Bell) बनाया गया है। इसका वजन करीब 21 कुंतल है। इसे हिंदू और मुस्लिम कलाकारों (Hindu Muslim Artists) ने मिलकर तैयार किया है। इसलिए ये सामप्रदायिक सद्भाव का भी प्रतीक है।
अष्ट धातु से बने इस घंटे की खासियत है कि इसकी गूंज करीब 15 किलोमीटर दूर तक सुनाई देगी। ऐसे में राम मंदिर के इस घंटे की गूंज से अयोध्या नगरी में और रौनक बिखर जाएगी। इसे करीब 11 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है। जलेसर नगर पालिका अध्यक्ष घंटे को श्रीराम मंदिर प्रबंधन को दान करेंगे। दाऊदयाल की टीम ने इस घंटे का निर्माण किया है। वे करीब 30 वर्षों से तरह-तरह की घंटियां बना रहे हैं। मगर पहली बार इतने बड़े आकार के घंटे का निर्माण करके वे काफी उत्साहित हैं।
कलाकारों के अनुसार राम मंदिर के लिए घंटे का निर्माण करना उनके लिए गौरव की बात है। घंटे की डिजाइनिंग, पीस और पॉलिशिंग की जिम्मेदारी मुस्लिम कलाकारों ने निभाई। क्योंकि उन्हें इन कामों में महारत हासिल थी। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक घंटा तैयार करने वाले एक मिस्त्री इकबाल के अनुसार इसे बनाने में काफी सतर्कता की जरूरत थी। पिघले हुए धातु को डालने में पांच सेकंड की देरी होने पर पूरी मेहनत बेकार जा सकती थी, लेकिन सबके परिश्रम और लगन के चलते ये काम सफल रहा। घंटे में जोड़ नहीं है इसीलिए उन्हें इसे बनाने में काफी मुश्किलें आईं।
घंटे में सोना, चांदी, तांबा, जस्ता, सीसा, टिन, लोहा और पारे का इस्तेमाल किया गया है। जलेसर नगर पालिका अध्यक्ष ने दावा किया कि ये देश का सबसे बड़ा घंटा है। साथ ही उन्होंने इससे पहले 51 किलो का घंटा सीएम योगी को एटा में उनके पहले दौरे के वक्त भेंट किया था। उन्होंने यह भी बताया कि राम मंदिर के इस घंटे को 25 कारीगरों की टीम ने तैयार किया है। इसकी गूंज 15 किलोमीटर दूर तक सुनाई देगी।
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