क्यों किया था हमला?
अमरीका (America) की माने तो हमले की मुख्य वजह जापान (Japan) का सरेंडर से इनकार करना था। लेकिन जानकारों का कहना है कि इसकी जरूरत नहीं थी। रिपोर्ट के मुताबिक एशिया में द्वितीय युद्ध (Second world war) का खात्मा औपचारिकता रह गई थी जबकि इससे तीन महीने पहले ही यूरोप में यह युद्ध खत्म हो चुका था और उसके एक महीने पहले से ही जापानी सेनाओं पीछे हटने लगी थी। लेकिन साल 1945 में जापान और अमेरिका (Japan and America) के बीच तनाव बहुत बढ़ गया था क्योंकि जापान इंडोचायना इलाके पर कब्जा करने की नीति अपनाई और ये US को रास नहीं आया था।
उस वक्त अमेरिका को राष्ट्रपति हैरी ट्रयूमैन (President Harry Truman to America) को परमाणु बम के उपयोग का अधिकार मिल चुका था। हैरी ने बिना देर किए 6 अगस्त 1945 को सुबह 8.15 बजे बी29 बॉम्बर एनोला गे ने लिटिल बॉय (B29 Bomber Enola Gay Little Boy) नाम का परमाणु बम हिरोशिमा पर गिरा दिया। जब ये बम गिरा शहर पर गिराया गया उस वक्त शहर के बहुत सारे लोग काम पर जा रहे थे और बच्चे भी स्कूल जा रहे थे। इसी वक्त शहर के सेंटर में ये बम गिरा और एक झटके में लाखों लोग मर गए।
इतिहासकार एलपरोजित्ज (Historian Elporitz) ने साल 1965 में अपने किताब में इसके बारे में लिखा कि अमेरीका सोवियत संघ (the Soviet Union) से शक्ति के मामले में आगे निकलना चाहता था औऱ ये बम गिरा के वो अपना ‘शक्ति प्रदर्शन’ कर रहा था।
इन्हीं दोनों शहर को क्यों चुना?
हिरोशिमा (Hiroshima) में बम गिराने के तीन दिन बाद ही एक और परमाणु बम नागासाकी (Nagasaki) के ऊपर सुबह 11 बजे गिराया जिसमें 40 हजार लोग मारे गए। इन दोनों शहरे में बम गिराने की वहज ये बताई जाती है कि अमेरिका को राष्ट्रपति हैरी ट्रयूमैन (President Harry Truman to America) चाहते थे कि शहर ऐसे हों जिन पर बम गिराने का पर्याप्त असर हो और इसके लिए जापान के इस दोनों शहरों को चुना गया था। क्योंकि इनमें से एक जापान का सातवां बड़ा शहर था और एक देश की गोकु सेना का हेडक्वार्टर था।