हॉरर फिल्मों के रोंगटे खड़े कर देने वाले डरावने सीन्स को लेकर कई लोगों में ये गलतफहमी रहती है कि ये सब वीडियो एडिटिंग का कमाल है। जबकि सच्चाई कुछ और ही है। आज के इस आधुनिक ज़माने में फिल्म निर्माता अपनी फिल्मों में ज़्यादा से ज़्यादा पक्की चीज़ों के साथ काम करना पसंद करता है। वीडियो के साथ खिलवाड़ करने का समय अब बीत चुका है।
आज के समय में हॉरर फिल्मों में सारा कमाल वीडियो एडिटर का नहीं बल्कि मेकअप-आर्टिस्ट का है। फिल्मों में काम करने वाले एक्टर्स को इस तरीके से तैयार किया जाता है कि दुनिया का कोई भी वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर उसके सामने घुटने टेक दे। हॉलीवुड की हॉरर फिल्मों में कटी गर्दन से लेकर खून से लतपत किरदार मेकअप-आर्टिस्टों की ही देन हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसे मेकअप-आर्टिस्ट कड़ी मेहनत और ज़बरदस्त प्रैक्टिल के बाद ही पक्के खिलाड़ी बन पाते हैं। अमेरिका के लॉस एंजिल्स में ऐसे मेकअप आर्टिस्ट को तैयार करने के लिए एक बेहद ही खास तरह का स्कूल है, जिसे सिनेमा मेकअप स्कूल के नाम से जाना जाता है। यहां इस खास तरह की कलाकारी के गुर सीखने वाले लड़के-लड़कियां हर दिन कोई न कोई नया एक्सपेरिेमेंट करते रहते हैं, ताकि वे थियेटर में फिल्म के ऑडियंस की सांसें रोक सकें। इतना ही नहीं वे फिल्म के किरदारों को इस तरह से गेट-अप देते हैं, जिसे देखने के बाद फिल्म देखने गए लोग अपनी आंखें बंद करने के लिए मजबूर हो जाते हैं।