इस गाँव का नाम है खोनोमा जो बेहद सुंदर है और नागालैंड की राजधानी कोहिमा से केवल 20 किलोमीटर की दूरी पर है। 700 साल पुराने इस गाँव में जहां देखेंगे हरियाली देखने को मिलेगी। इस गाँव में करीब 600 घर होंगे जबकि आबादी 3000 हजार के करीब होगी।
इस गाँव में यदि आप जाएंगे तो आसमान भी पहाड़ों से बाते करता हुआ प्रतीत होगा और मन को शांति की अनुभूति होगी। खोनोमा गाँव ‘अंगमी' (Angami) आदिवासियों का घर है। ये आदिवासी समूह अपनी बहादुरी और मार्शल आर्ट्स कौशल के लिए मशहूर है। यही नहीं अपने हरे-भरे जंगलों और खेती की पारंपरिक तकनीक के लिए भी ये जाना जाता है।
इस गाँव में यदि आप जाएंगे तो आसमान भी पहाड़ों से बाते करता हुआ प्रतीत होगा और मन को शांति की अनुभूति होगी। खोनोमा गाँव ‘अंगमी' (Angami) आदिवासियों का घर है। ये आदिवासी समूह अपनी बहादुरी और मार्शल आर्ट्स कौशल के लिए मशहूर है। यही नहीं अपने हरे-भरे जंगलों और खेती की पारंपरिक तकनीक के लिए भी ये जाना जाता है।
यह भी पढ़ें
जिस जमीन पर पेट्रोल पंप लगाया; उसी जमीन पर धान की फसल भी उगाई
ग्रीन विलेज का मॉडल बन चुका ये गांव, सतत विकास के सिधान्तों को वर्षों पहले ही अपना चुका है। 90 के दशक में ही इस गाँव के लोगों ने वन कटाई और शिकार जैसे गतिविधियों पर रोक लगा दी थी।आज भी इस गाँव में कोई पेड़ नहीं काटा जाता है। यहाँ तक कि गाँव के जानवरों का संरक्षण किया जाता है। यहाँ आवश्यकता पड़ने पर केवल टहनियों को काटा जाता है। इस गाँव झूम खेती की जाती है। इस गाँव में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और गाँव के लोग गर्व से अपने गाँव का बखान करते हैं।