इसी साल 29 अप्रैल को तेजराम और ओमवती की शादी हुई थी। दोनों इस शादी से काफी खुश थे, लेकिन तेजराम अपनी दाद-खाज की बीमारी से काफी परेशान था। बीमारी में तेजराम के काफी पैसे खर्च हो रहे थे, जिससे वह काफी मायूस रहता था। ओमवती की चूड़ियों में दो पन्नों का सुसाइट नोट मिला। जिसमें लिखा था कि दोनों अपनी मर्ज़ी से खुदकुशी कर रहे हैं, जिसके लिए कोई भी ज़िम्मेदार नहीं है। तेजराम ने अपने छोटे भाई के लिए संदेश में लिखा कि वह उसके माता-पिता का ख्याल रखे। सुसाइड नोट में पुलिस से भी अपील की गई कि वे किसी को इस मामले पर परेशान न करें। इन सभी बातों के अलावा तेजराम ने सुसाइड नोट में एक हैरान कर देने वाली बात भी लिखी। तेजराम ने लिखा कि- ‘मैं अकेला मरना चाहता था, लेकिन पत्नी ओमवती ने भी साथ मरने की इच्छा जताई। उसका कहना था- मैं किसके सहारे जिऊंगी।’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेजराम और ओमवती की खुदकुशी की सूचना शुक्रवार, सुबह सात बजे मिली..जब परिजनों ने दोनों की बॉडी को फंदे पर लटका हुआ देखा। जिसके बाद परिजनों ने पूरे मामले की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम करा परिजनों को वापस लौटा दिया। तेजराम पेशे से एक राजमिस्त्री था, और पूरे घर का खर्च खुद ही उठा रहा था।