3 घंटे चला खूनी संघर्ष
इन हथियारों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि चीन ने योजनाबद्ध तरीके से हमला किया है। इन सरियों पर लगी मोटी-मोटी कीलों को देखकर ही दिल दहल उठता है। ऐसे में जवानों पर बर्बरता से हमला बोला गया। 15 जून को बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों ने 16 बिहार के कमांडिंग अफसर और जवानों पर हमला बोल दिया। दोनों सेनाओं के बीच करीब 3 घंटे तक खूनी संघर्ष होता रहा। भारतीय जवानों ने भी चीन को करारा जवाब दिया। इस झड़प में चीन के 32 जवान मारे गए हैं। वहीं, यह संख्या बढ़ भी सकती है क्योंकि कई सैनिक अभी भी लापता हैं और कई गंभीर रूप से घायल हैं।
चल रही थी मीटिंग और कर दिया हमला
कर्नल बाबू शाम को चीनी कर्नल के साथ मीटिंग कर रहे थे। इसी दौरान चीनी सैनिकों ने लोहे की छड़ और पत्थरों से अचानक हमला बोल दिया। हमारे जांबाज बिना हथियार भी उनका डटकर सामना करते रहें। चीनी सैनिकों ने कील लगे डंडों से भारतीय जवानों को पीटना शुरू कर दिया था। वहीं, हिंसक झड़प के बाद अपने जवानों के क्षत-विक्षत शवों को देखकर लद्दाख में तैनात जवानों का खून उबल रहा हैं। बुधवार को बेनतीजा वार्ता के बाद गुरुवार को भी वार्ताओं का दौर जारी हैं।