लगभग 26 करोड़ जनसंख्या वाला इंडोनेशिया अचानक दौलतमंद देश बन गया।सवाल यह उठता है ऐसा क्या हुआ कि इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था इतनी अच्छी हो गई। नेचुरल रिसोर्सेज से भरे इस देश के लोग अब अपर-मिडल क्लास की ओर बढ़ रहे हैं।
आखिर इस देश ने ऐसा कौन सा रास्ता अपनाया कि इतने कम समय में अमीर और गरीब में संतुलन हो गया। आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले दो दशकों में देश में गरीबी दर में भारी गिरावट के बाद पांच में से एक इंडोनेशियन मिडल क्लास का हिस्सा बन चुका है।
यहां मौजूद प्राकृतिक संसाधनों की बात करें तो जंगलों से पेड़ों की कटाई, ताड़ का तेल, कोयला, सोने और तांबा खनन भी इस देश की हालत सुधारने में शामिल हैं।
आज के समय में इंडोनेशिया में कचरा उठाने वाले व्यक्ति को एक महीने में 254 अमरीकी डॉलर की न्यूनतम मजदूरी मिलती है। किसानी की बात करें तो यहां दिन प्रति दिन उसमें भी सुधार आ रहा है किसान मछलियां, केले के बाग लगाने में माहिर हो गया है।