हॉस्टल के टॉयलेट में मिला सैनिटरी पैड, वॉर्डन ने उतरवाए लड़कियों के कपड़े दरअसल ग्लोबल वार्मिंग की वजह से साल 2050 तक जकार्ता समंदर में समा सकता है और इसी वजह से इसकी नई राजधानी पर चर्चा शुरू हो चुकी है। अब नई राजधानी के लिए पलंकरया शहर का नाम चर्चा में आ गया है।
इस मामले में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने राजधानी बदलने के नेशनल डेवलेपमेंट एंड प्लानिंग बोर्ड प्लान का समर्थन किया है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अनुसार, जकार्ता दुनिया का सबसे तेजी से डूब रहा शहर है। अगर ये सिलसिला इसी तरह से जारी रहा तो राजधानी जल्द ही समंदर में समा जाएगी। इसकी एक बड़ी वजह पीने और नहाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ग्राउंडवाटर की निकासी है।
पुजारी ने मंदिर से चुराई थी मूर्ति, एक-एक करके होने लगी घर के लोगों की मौत फिर पुजारी के पोते ने किया चौंकाने वाला काम जनकारी के मुताबिक़ जकार्ता में करीब एक करोड़ लोग रहते हैं। इसके अलावा 3 करोड़ लोग ग्रेटर मेट्रोपॉलिटिन इलाके में रहते हैं। हाल ही में हुई एक रिसर्च के मुताबिक, 2050 तक जकार्ता का 95% हिस्सा पानी में डूब जाएगा। ऐसे में राजधानी को बदलना ही इस समस्या का हल है।