इतिहास में कई बड़े और प्रभावशाली हिंदू साम्राज्य स्थापित हुए जिनका प्रभाव आज तक बना हुआ है।
जानिए यहां के मुसलमान क्यों रखते हैं हिंदू नाम? करते हैं रामायण का मंचन
नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया के दौरे पर हैं। पीएम मोदी के इस दौरे से दोनों देशों के बीच रिश्तों के और मजबूत होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसे सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश कहा जाता है लेकिन खास बात ये है कि यहां हिंदू संस्कृति का भी उतना ही बोलबाला है। इंडोनेशिया में आधिकारिक तौर पर छह धर्मों को मान्यता है, जिसमें से एक हिंदू धर्म है। बाली, जावा और लंबोक में इसका बोलबाला है। इंडोनेशिया और भारत सांस्कृतिक रूप से एक-दूसरे के करीब हैं। इंडोनेशिया दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश है और यहां हिंदू आबादी दो फीसदी से भी कम है, लेकिन फिर भी यहां की हर चीज पर हिंदू संस्कृति की छाप देखने को मिलती है। इंडोनेशिया में हिंदू देवी-देवताओं की तो पूजा होती ही है, साथ-ही साथ भाषा पर भी यहां संस्कृति की छाप दिखती है।
मान्यता है कि, इंडोनेशिया में हिंदू धर्म की शुरुआत 5वीं सदी में हो गई थी। भारत और इंडोनेशिया के बीच ईसा के जन्म के पहले से व्यापार का सिलसिला है। शायद यही कारण है कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक समानता दिखती है। 13वीं से 15वीं शताब्दी के बीच यहां माजापाहित नाम का हिंदू साम्राज्य खूब फला फूला जिससे यहां की संस्कृति, भाषा और भूमि पर हिंदू संस्कृति की अमिट छाप पड़ गई। पूरे शहर में दुकानों, स्कूलों और जगहों पर संस्कृत के शब्द देखने को मिल जाते हैं। बता दें कि, यहां रामायण और महाभारत की झलक हर जगह देखने को मिल जाएगी बता दें कि यहां यहां मुस्लिमों द्वारा रामायण का मंचन भी किया जाता है। भगवान गणेश से लेकर हनुमान तक यहां सबके मंदिर मिल जाएंगे। यहां के जर्काता स्क्वेयर पर लगीं कृष्णा और अर्जुन की मूर्तियां खासी मशहूर हैं। इंडोनेशिया के इतिहास में कई बड़े और प्रभावशाली हिंदू साम्राज्य स्थापित हुए जिनका प्रभाव आज तक बना हुआ है। हालांकि इंडोनेशिया में लोग अपने धर्म और संस्कृति को अलग-अलग रखते हैं और इसे अपनी संस्कृति का ही हिस्सा मानते हैं। इंडोनेशिया में एक कहावत भी प्रचलित है, ‘नेम इज ए विश’ यानी वे अपने बच्चे का वह नाम रखते हैं जिस रूप में वे उन्हें देखना चाहते हैं। जैसे, जो लोग अपने बच्चों को मजबूत देखना चाहते हैं वे अपने बच्चों का नाम भीम रख देते हैं। इंडोनेशिया अपनी इसी साझी संस्कृति के लिए दुनिया भर में जाना जाता है।