1- सबको पता है भारत तो आजाद कराने में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की कितनी अहम भूमिका है लेकिन क्या आपको ये पता है कि 15 अगस्त 1947 के दिन जब हमारे भारत देश को आजादी मिली थी। उस वक्त मोहन दास करम चंद गांधी (Mohandas Karamchand Gandhi) आजादी के जश्र में शामिल नहीं थे। उस दौरान वह बंगाल में भडक़ी हिंदु मुस्लिम हिंसा को रोकने के अनशन पर बैठे थे।
2- भारत साल 1947 को जब आजाद हुआ था तब वर्तमान राज्य गोवा भारत का हिस्सा नहीं था। उस समय गोवा पुर्तगालियों (Portuguese) के अंडर में आता था। 19 दिसंबर 1961 को गोवा (Goa) भारत का हिस्सा बना था।
3- आज सोने का भाव ₹52,799 प्रति 10 ग्राम है लेकिन जिस दिन भारत आजाद हुआ यानि की 15 अगस्त 1947 को, सोने का भाव 88 रुपए 62 पैसे प्रति 10 ग्राम था। इसके अलावा 1 रुपया 1 डॉलर के बराबर था ।
4- आजादी के दिन तक यानी 15 अगस्त 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन (Lord Mountbatten) अपने कार्यलय में काम कर रहे थे, दोपहर को नेहरु ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल की सूची सौंपी औऱ उसके बाद इंडिया गेट के पास एक सभा को संबोधित किया।
5- जवाहर लाल नेहरू (Jawahar Lal Nehru) ने अपना ऐतिहासिक भाषण ‘ट्रिस्ट विद डेस्टनी’ 14 अगस्त की आधी रात को दिया था। उस वक्त तक वे प्रधानमंत्री नहीं बने थे, इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना था, लेकिन गांधी उस दिन जल्द सोने चले गए और भाषण नहीं सुना।
6- देश के आजाद होने के 3 साल तक हमारे पास अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था, हालांकि रवींद्रनाथ टैगौर (Rabindranath Tagore) ‘जन-गण-मन’ लिख चुके थे, लेकिन इसे 1950 में इसे राष्ट्र गान का दर्जा मिला।
7- हर स्वतंत्रता दिवस (Independence day) पर भारतीय प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते हैं। लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा नहीं हुआ था. लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले से झंडा फहराया था।