scriptबलात्कार को जुर्म नहीं मानती यहां की महिलाएं, देती हैं इस “पवित्र किताब” का हवाला | ISIS wife on Yazidi slaves said it is allowed in the Quran | Patrika News

बलात्कार को जुर्म नहीं मानती यहां की महिलाएं, देती हैं इस “पवित्र किताब” का हवाला

locationनई दिल्लीPublished: Mar 11, 2019 01:09:27 pm

Submitted by:

Priya Singh

ISIS की पत्नियां महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार को ठहरा रही हैं सही
युद्ध के दौरान कैद किए गए लोगों को कहा जिहादी लड़ाकों की “जागीर”
विवादित बयान का वीडियो आया सामने

ISIS wife on Yazidi slaves said it is allowed in the Quran

बलात्कार को जुर्म नहीं मानती यहां की महिलाएं, देती हैं इस “पवित्र किताब” का हवाला

नई दिल्ली। महिलाओं के साथ कोई भी अनैतिक काम सही नहीं होता फिर चाहें वह औरत किसी भी धर्म या जाति की क्यों न हों। महिलाओं के साथ बलात्कार को किसी धर्म में सही नहीं ठहराया जाता लेकिन ISIS की पत्नियों का कहना है कि बलात्कार कोई अपराध नहीं है। जी हां ISIS की पत्नियां महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार को सही ठहरा रही हैं। ISIS की पत्नी का विवादित बयान सामने आया है। उसका कहना है कि युद्ध के दौरान कैद किए गए लोग जिहादी लड़कों की “जागीर” हैं। महिला ने बताया की ऐसे में जिहादी लड़कों का यज़ीदी महिलाओं के साथ बलात्कार या उनकी हत्या करना सही है। बता दें कि एक अज्ञात महिला जो खुद को ISIS की पत्नी बताती है एक वीडियो में यह बयान देती हुई दिखाई दे रही है।

 

https://twitter.com/AFAR1N/status/1104470500879810560?ref_src=twsrc%5Etfw

इस वीडियो को एक अन्य महिला ने अंग्रेजी में बात करते हुए फिल्माया है। मोबाइल में फिल्माए गए इस वीडियो में महिला यह कहती हुई नज़र आ रही है कि कुरान ने कैदियों के दुरुपयोग की अनुमति दी है। प्रिजनर आफ वॉर के लिए उसने कहा, “यह इस्लाम में बलात्कार नहीं है..क्योंकि वे आपकी संपत्ति हैं।” अन्य महिला द्वारा कुरान (पवित्र पुस्तक) में लिखी इस बात को दोबारा पूछे जाने पर महिला कहती है कि “उसे कुरान के बारे में ज्यादा नहीं पता।”

https://twitter.com/AFAR1N/status/1104469355419586560?ref_src=twsrc%5Etfw

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हो सकता है इस वीडियो को उत्तरी सीरिया के एक शरणार्थी शिविर में फिल्माया गया है। नकाब और चश्मा पहने हुए इस महिला ने बयान दिया, “वे युद्ध के कैदी हैं, अब वे गुलाम बन गए हैं। यह लोग अब जिहादियों की संपत्ति हैं। वे संपत्ति हैं इसलिए इस्लाम में आपको उनका उपयोग करने की अनुमति है, यह इस्लाम में बलात्कार नहीं है क्योंकि वे आपकी संपत्ति हैं, वे आपकी दास हैं।” महिला का कहना है कि अगर यह कुरान में ऐसा है तो “मैं कौन होती हूं?” महिला के इस बयान को लेकर कई इस्लामिक विद्वानों ने कुरान की इस व्याख्या का कड़ा विरोध किया है। उनका कहना है कि कुरान कहती है कि बंदियों और अनाथ, के साथ अच्छे से रहें, “उन्हें अल्लाह का प्यार पाने के लिए खाना खिलाएं।”

ट्रेंडिंग वीडियो