इस वीडियो को एक अन्य महिला ने अंग्रेजी में बात करते हुए फिल्माया है। मोबाइल में फिल्माए गए इस वीडियो में महिला यह कहती हुई नज़र आ रही है कि कुरान ने कैदियों के दुरुपयोग की अनुमति दी है। प्रिजनर आफ वॉर के लिए उसने कहा, “यह इस्लाम में बलात्कार नहीं है..क्योंकि वे आपकी संपत्ति हैं।” अन्य महिला द्वारा कुरान (पवित्र पुस्तक) में लिखी इस बात को दोबारा पूछे जाने पर महिला कहती है कि “उसे कुरान के बारे में ज्यादा नहीं पता।”
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हो सकता है इस वीडियो को उत्तरी सीरिया के एक शरणार्थी शिविर में फिल्माया गया है। नकाब और चश्मा पहने हुए इस महिला ने बयान दिया, “वे युद्ध के कैदी हैं, अब वे गुलाम बन गए हैं। यह लोग अब जिहादियों की संपत्ति हैं। वे संपत्ति हैं इसलिए इस्लाम में आपको उनका उपयोग करने की अनुमति है, यह इस्लाम में बलात्कार नहीं है क्योंकि वे आपकी संपत्ति हैं, वे आपकी दास हैं।” महिला का कहना है कि अगर यह कुरान में ऐसा है तो “मैं कौन होती हूं?” महिला के इस बयान को लेकर कई इस्लामिक विद्वानों ने कुरान की इस व्याख्या का कड़ा विरोध किया है। उनका कहना है कि कुरान कहती है कि बंदियों और अनाथ, के साथ अच्छे से रहें, “उन्हें अल्लाह का प्यार पाने के लिए खाना खिलाएं।”