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अमरनाथ यात्रा: श्राइन बोर्ड ने जारी किया अटपटा फैसला, जानें क्या है पूरा मामला

locationनई दिल्लीPublished: Jun 01, 2019 03:02:55 pm

Submitted by:

Priya Singh

1 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू
21 जून तक लंगर समितियों की एंट्री पर रोक
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के इस फैसले से पंजाब में विरोध

jammu kashmir government not permitted langar samiti not allowed to enter kashmir before 21 june amarnath yatra

अमरनाथ यात्रा: श्राइन बोर्ड ने जारी किया अटपटा फैसला, जानें क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली। श्री अमरनाथ ( AMARNATH TEMPLE ) श्राइन बोर्ड ( Shri Amarnathji Shrine Board ) के आए नए फैसले से सब हैरान हैं। बोर्ड ने 21 जून से पहले कश्मीर में लंगर समितियों की एंट्री पर रोक लगा दी है। यह फैसला अटपटा इसलिए है क्योंकि 1 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू हो गई है। बोर्ड के इस फैसले का पंजाब ( Punjab ) में जमकर विरोध किया जा रहा है। रोक लगाए जाने पर लंगर संगठनों का कहना है कि चंदनवाड़ी सहित पिस्सू टॉप जैसे कई ऊपरी इलाकों में लंगर का सामान पहुंचाने में एक महीना लग जाता है।

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इस हिसाब से देखा जाए तो यहां लंगर लगाने की अनुमति सिर्फ दस दिन की दी जा रही है। जिसे लंगर समिति वाले गलत ठहरा रहे हैं। श्री अमरनाथ बर्फानी लंगर आर्गेनाइजेशन के प्रधान विजय ठाकुर का कहना है कि- ” दो जून को चंडीगढ़ में हमारे संगठन की बैठक हो रही है, जिसमें इस पर विचार विमर्श किया जाएगा, लेकिन बोर्ड का फैसला हमें मंजूर नहीं।”

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जम्मू संभाग में 105 लंगर स्थापित किए जाएंगे। इनमें से 17 जम्मू, आठ कठुआ जिले, 10 ऊधमपुर जिले और 28 रामबन जिले में होंगे। हाईवे पर यात्रियों के लिए कठुआ में 6, ऊधमपुर में 26, जम्मू में 17, और रामबन में 22 जगहों पर रुकने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा कश्मीर में भी लंगर लगाए जाएंगे।

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