script71 की जंग में पाकिस्तान के कब्ज़े से छुड़ाई थी ‘जरपाल क्वीन’, वार ट्रॉफी के नाम से है मशहूर | jarpal queen stands as a symbol of india win over pakistan in 1971 war | Patrika News

71 की जंग में पाकिस्तान के कब्ज़े से छुड़ाई थी ‘जरपाल क्वीन’, वार ट्रॉफी के नाम से है मशहूर

locationनई दिल्लीPublished: Sep 09, 2019 02:37:33 pm

Submitted by:

Priya Singh

एक ‘विल्लीज’ जीप है जिसका नाम पाकिस्तान के जरपाल पर रखा गया है
1971 के युद्ध के दौरान भारत ने PAK के कब्जे से छुड़ाई थी भारत ने

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नई दिल्ली। ‘वार ट्रॉफी’ जरपाल क्वीन पाकिस्तान से जीत में मिली एक ट्रॉफी की तरह है। 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान से इस जीप ‘जरपाल क्वीन’ छीन लिया था। इसे पूरे भारत में जीत के तौर पर जाया जाता है। ये एक ‘विल्लीज’ जीप है जिसका नाम पाकिस्तान के जरपाल पर रखा गया है। 48 साल या शायद उससे ज्यादा वर्षों के बाद भी आज ये चमकदार और अच्छी स्थिति में है, इसका बहुत खास ख्याल रखा जाता है। लेह में तीन ग्रेनेडियर रेजीमेंट शिविर में रखी ये जीप आकर्षण का केंद्र है। भारत-पाक युद्ध 1971 में भारत ने इसे अपने कब्ज़े में ले लिया था। जारपाल क्वीन रॉयल्टी का प्रतीक है इसपर उर्दू में कुछ लिखा हुआ है।

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गौरतलब है कि 1971 के युद्ध में भारत को परम वीर चक्र हासिल हुए थे। बता दें कि जलपाल क्वीन अमरीका में निर्मित है। इसे पूरे भारत में संपत्ति के तौर ले जाया जाता है। इतने साल की होने के बाद भी ये अच्छी हालत में है एक समय था जब इसपर ‘रिकॉयलेस गन’ फिट की गई थी।

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1982 में थ्री ग्रेनेडियर रेजीमेंट में शामिल सेना मेडल से सम्मानित कर्नल (सेवानिवृत्त) जेएस ढिल्लों ने कहा, “हमने इसे जरपाल युद्ध के दौरान कब्जे में लिया था।” इसका इस्तेमाल शकरगढ़ सीमा पर पाकिस्तानी सेना पर हमला करने के लिए किया गया था। बता दें कि ‘जरपाल क्वीन’ देशभर में हर उस जगह पर गई है जहां रेजीमेंट स्थित है। ढिल्लों याद करते हुए बताते हैं कि, “इथोपिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन को छोड़कर जीप रेजीमेंट के साथ हर जगह गई।”

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