रेशमा अरुवाप्पुलम ग्राम पंचायत से चुनी गईं हैं। वह सीपीएम पार्टी की उम्मीदवार के रूप में खड़ी हुई थीं। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को 70 वोटों से हराकर जीत हासिल की। मजेदार बात यह है कि वह पंचायत पद के लिए पर्चा भरने की आखिरी तारीख से महज दो दिन पहले ही 21 साल की हुई थीं। इसके बाद उन्होंने अपना आवेदन पत्र दाखिल किया था। मालूम हो कि रेशमा जिस वार्ड से चुनी गई हैं। वहां पिछले 20 सालों से कांग्रेस राज कर रही थी। मगर रेशमा के जीतते ही उन्होंने कांग्रेस का ये रिकॉर्ड तोड़ दिया।
पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतने से रेशमा काफी खुश हैं। इस मौके पर उन्होंने इलाके में आवागमन को आसान बनाने के लिए पुल का निर्माण कराने, आयुर्वेद अस्पताल बनवाने, जंगली जानवरों से परेशान किसानों की समस्याएं सुलझाने समेत कई महत्वपूर्ण कार्यों को करने का वादा किया। उन्होंने यह भी कहा कि जीत के बाद की जिम्मेदारी बड़ी है। लेकिन मेरा विश्वास है कि जब युवाओं को मौके और सीखने की जगह मिलती है तो वे देश के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।