सात दिनों में 3.07 लाख शिकायतें चाइल्डलाइन इंडिया की उपनिदेशक हरलीन वालिया के मुताबिक 24 से 31 मार्च के बीच ‘चाइल्डलाइन 1098’ हेल्पलाइन को पूरे देश से 3.07 लाख शिकायतें मिलीं, इनमें से 30 फीसदी बच्चों के खिलाफ उत्पीड़न व हिंसा को लेकर दर्ज कराई गईं। ऐसी करीब 92,105 कॉल हेल्पलाइन पर आईं।
लॉकडाउन के बाद 50 फीसदी की बढ़ोतरी वालिया के मुताबिक, लॉकडाउन की घोषणा के बाद ऐसी कॉल में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वालिया ने कहा, ये आंकड़े जिलों की बाल संरक्षण इकाइयों के लिए आयोजित कार्यशाला के दौरान साझा किए गए। लॉकडाउन के बाद अन्य जो शिकायतें आईं, उनमें 11 फीसदी शारीरिक स्वास्थ्य, आठ फीसदी बाल श्रम, आठ फीसदी बच्चों के भाग जाने व पांच फीसदी बच्चों के बेघर होने से जुड़ी थीं।
घरेलू हिंसा में भी बढ़ोतरी इसके साथ ही घरेलू हिंसा के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है। राष्ट्रीय महिला आयोग को मिलने वाली शिकायतें लॉकडाउन के दौरान बढ़कर दुगनी हो गई हैं।सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि फ्रांस, इटली और पेरिस जैसी जगहों पर भी घरेलू हिंसा के मामलों में 30 से 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा को लेकर आयोग को 24 मार्च से 1 अप्रैल के बीच 257 शिकायतें मिलीं। इनमें से 69 शिकायतें ई-मेल के जरिये प्राप्त हुईं।