हड्डियां गला देने वाली ठंड में हमेशा तैनात रहते हैं भारतीय जवान समुद्र तल से पांच हजार मीटर की ऊंचाई पर सियाचीन ग्लैशियर है, ये दुनिया की सबसे ऊंची सीमा है। जहां तक नजरें जाएं वहां तक बर्फ ही बर्फ। 100-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के बर्फीले तूफान और हड्डियां गला देने वाली ठंड के बीच हमारे जवान यहां हमेशा तैनात रहते हैं।
दुनिया की सबसे ऊंची जगह पर बनाया पुल बता दें, भारतीय सेना के नाम दुनिया की सबसे ऊंची जगह पर पुल बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। इस ब्रिज का नाम है बेली ब्रिज है जो हिमालय की चोटी पर 18 हजार 379 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है। 98 फीट लंबा ये ब्रिज द्रास और सुरू नदी के बीच बनाया गया है।
हथियारों के मामले में दुनिया में चौथे नंबर पर है भारतीय सेना इसके अलावा भारतीय सेना को दुनिया की सबसे बड़ी वालंटियर मिलिट्री का दर्जा भी प्राप्त है। भारतीय सेना सर्व-स्वयंसेवी बल है और इसमें देश के सक्रिय रक्षा कर्मियों का 80% से अधिक हिस्सा है। गोलाबारूद-हथियारों के मामले में भारतीय सेना दुनिया में चौथे नंबर पर है। इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन हैं। सेना के पास दुनिया में सबसे सटीक अग्नि और पृथ्वी बैलिस्टिक मिसाइलें हैं।