लीसिया वैसे तो पेशे से एक डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर थीं। मगर समाज के प्रति कुछ अच्छा करने का जुनून उनमें पहले से ही था। इसी के चलते उन्होंने ‘ऑवर्स’ नाम से एक चैरिटी की शुरुआत की। इसमें वह जरूरतमंदों को ऑक्सीजन जनरेटर उपलब्ध कराती हैं। यूक्रेन में कोरोना पेशेंट ने रिकॉर्ड लेवल पार किया है। ऐसे में लीसिया ने अपनी चैरिटी के जरिये कई लोगों की जान बचाई है। वह तीन महीने के बेटे की मां भी हैं। इसलिए घर की जिम्मेदारी भी उन पर काफी है। मगर वो अकेले ही ये सब मैनेज करती हैं।
एक हाथ में बच्चे को लिए कई बार वो पेंशेंट्स और तीमारदारों के फोन अटेंड करती दिखती हैं। महामारी से पहले इस चैरिटी के पास 50 ऑक्सीजन जनरेटर थे, वहीं अब यूक्रेन निवासियों के सहयोग से फंड इकट्ठा करके 100 जनरेटर और खरीदे गए हैं। लीसिया ऐसे मरीजों की मदद करती हैं जिन्हें अस्पताल में बेड खाली न होने की वजह से जल्दी डिस्चार्ज कर गया हो या जो कोरोना के मरीज हो एवं उन्हें बेड न मिल रहा हो। ऐसे जरूरतमंद पेंशेंट्स की जान बचाने के लिए लीसिया अपनी टीम को भेजकर उन तक ऑक्सीजन जनरेटर मुहैया कराती हैं। जिससे मरीज की जान बच सके। कोरोना काल में लीसिया की इस भूमिका से वहां के लोगों के लिए वह किसी मसीहा से कम नही हैं।