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lunar and solar eclipse 2020 : कोरोना काल में 1962 साल के बाद एक माह में बना तीन ग्रहण का संयोग, राशियों में होंगे बदलाव

locationनई दिल्लीPublished: May 30, 2020 04:43:17 pm

Submitted by:

Ruchi Sharma

Highlights
-5 व 6 जून मांद्य चंद्र ग्रहण और 5 जुलाई को उप छाया ग्रहण लगेंगे, जो भारत ने दृश्य मान नहीं होने के कारण कम प्रभावशाली होगा
-इस महीने में सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों ही लगने वाले हैं
-एक ग्रहण (lunar and solar eclipse 2020) महीने की शुरुआत में तो वहीं दूसरा महीने के अंत में लगने वाला है

lunar and solar eclipse 2020 : कोरोना काल में 1962 साल के बाद एक माह में बना तीन ग्रहण का संयोग, राशियों में होंगे बदलाव

lunar and solar eclipse 2020 : कोरोना काल में 1962 साल के बाद एक माह में बना तीन ग्रहण का संयोग, राशियों में होंगे बदलाव


नई दिल्ली. lunar and solar eclipse 2020 : कोरोना वायरस (Coronavirus Outbreak) संकट के बीच साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून को लगने जा रहा है। इसके साथ ही 6 जून से 5 जुलाई के बीच दो चंद्र ग्रहण भी लगेगा। 5 व 6 जून मांद्य चंद्र ग्रहण और 5 जुलाई को उप छाया ग्रहण लगेंगे। जो भारत ने दृश्य मान नहीं होने के कारण कम प्रभावशाली होगा। इस महीने में सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों ही लगने वाले हैं। एक ग्रहण (lunar and solar eclipse 2020) महीने की शुरुआत में तो वहीं दूसरा महीने के अंत में लगने वाला है। 5 जून को चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) लगेगा और इसके बाद 21 जून को सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) लगेगा। चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) एक खगोलिय घटना है। बताया जा रहा है कि 58 वर्ष पूर्व वर्ष 1962 में ऐसी ही एक माह में तीन ग्रहणों की स्थिति बनी थी। जिसका प्रभाव सभी राशि के लोगों पर पड़ता है।
जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में संरेखित होते हैं तो हम पृथ्वी की स्थिति के आधार पर सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण देखते हैं। चंद्र ग्रहण उस वक्त लगता है जब पूरा चांद निकला हुआ हो और पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाए। इस तरह सूर्य की किरणों को सीधे चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती हैं। यह तभी होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा दोनों के बीच आ जाए।

जानिए 5 जून को कितने बजे लगेगा चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse Timing)

ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि 5 जून को है। इस दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण 3 घंटे और 18 मिनट का होगा। यह चंद्र ग्रहण 5 जून को रात को 11.15 शुरू होगा और 6 जून को सुबह के12.54 बजे तक अपने अधिकतम ग्रहण पर पहुंचेगा। उपछाया चंद्र ग्रहण 6 जून सुबह 2.34 पर खत्म हो जाएगा। एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के लोग इस ग्रहण को देख सकते हैं। हालांकि, उपछाया चंद्र ग्रहण होने के कारण लोगों के बीच सामान्य चांद और ग्रहण वाले चांद के बीच अंतर करना मुश्किल होगा।
भारत में भी देखा जाएगा

इस ग्रहण को पूरे भारत में देखा जा सकेगा लेकिन इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा कहीं से कटेगा नहीं यानी चंद्रमा के आकार में कोई परिवर्तन नहीं आएगा। यह अपने पूर्ण आकार में आसमान में चलते नजर आएंगे। इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा की छवि मलिन हो जाएगी। यानी चांद कुछ मटमैला सा दिखेगा। इसकी वजह यह है कि यह वास्तविक चंद्रग्रहण नहीं है यह एक उपछाया चंद्रग्रहण है। इससे पहले 10 जनवरी को ऐसा ही चंद्रग्रहण लगा था।

21 जून को कितने बजे लगेगा सूर्य ग्रहण

साल 2020 का भारत में दिखाई देने वाला एक मात्र सूर्य ग्रहण 21 जून (Solar Eclipse Timing) को लगने जा रहा है। 21 तारीख को सुबह 9 बजकर 15 मिनट से यह ग्रहण आरंभ हो जाएगा। इस ग्रहण का परमग्रास 99.4 प्रतिशत रहेगा, यानी कुछ स्थानों पर सूर्य पूरी तरह छुप जाएगा। यह ग्रहण करीब 5 घंटे, 48 मिनट 3 सेकंड का रहेगा। इस ग्रहण का व्यापक प्रभाव भारत, दक्षिण पूर्वी यूरोप, अफ्रीका, अफगानिस्तान, चीन, पाकिस्तान, वर्मा पर दिखाई देगा। इस ग्रहण के कारण भारत का पड़ोसी देशों से संबंध प्रभावित हो सकता है।
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