देर शाम तक यह फोटो सोशल मीडिया में काफी तेजी से वायरल हो गई। इसके बाद गूगल को इसे ठीक करना पड़ा और फिर से अयोध्या लिख कर फिक्स करना पड़ा। अब ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसा हुआ कैसे? माना जा रहा है कि यह हरकत किसी शरारती तत्व की है। जिसने गूगल मैप पर अयोध्या के विवादित स्थल पर मार्क कर लिख दिया ‘मंदिर यहीं बनेगा’। दरअसल गूगल मैप अपने यूजर्स को ये सुविधा देता है कि वो मैप में किसी नई जगह को जोड़ सकता है या फिर अगर कोई जगह पहले से मौजूद है तो उसको मार्क कर उसके बारे में लिख सकता है।
ऐसे में जब कोई गूगल मैप में राम जन्मभूमि को सर्च कर रहा है, तो वहां पर उसे लिखा हुआ मिल रहा था कि मंदिर यहीं बनेगा। गौर करने वाली बात यह है कि यहां पर क्लिक करने पर राम मंदिर के मॉडल की एक तस्वीर भी मैप पर दिख रही थी। बता दें कि विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ मंदिर यहीं बनेगा का नारा इस्तेमाल करते हैं।
सुप्रीम कोर्ट में है मामला अयोध्या के राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद का विवाद फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है। जिसकी अगली सुनवाई जनवरी महीने में होनी है। वहीं तमाम हिंदू संगठन और नेता राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि खुद सरकार कह चुकी है कि वह कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगी।