7 अगस्त को जिस आंगन में मातम छाया हुआ था, वहां अब किलकारियां गूंज रही हैं। जी हां, अंबाला के शहीद विक्रमजीत सिंह की पत्नी हरप्रीत कौर ने 9 अक्टूबर को बेटे को जन्म दिया। शहीद के घर में आए नन्हे मेहमान की खुशी में काफी खुशियां हैं, लेकिन कहीं न कहीं उनकी आंखों में बेटे की गैर-मौजूदगी का भी गम साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। हरप्रीत कौर ने अपने जिगर के टुकड़े को फतेह सिंह नाम दिया है। बेटे के नाम के पीछे एक बेहद ही भावुक बात जुड़ी हुई है। दरअसल, हरप्रीत ने विक्रम से किए वादे को पूरा किया है। विक्रम ने कहा था कि यदि उनका बेटा होता है तो वे उसका नाम फतेह सिंह रखा जाएगा।
विक्रम अपने बेटे को भी सैनिक बनाना चाहते हैं। उन्होंने अपनी पत्नी से कहा था कि उनका बेटा भी देश की सेवा करने के लिए दुश्मनों की बखिया उधेड़ देगा। फतेह सिंह के जन्म से सबसे ज़्यादा खुशी उसकी दादी को है। विक्रम की मां का कहना है कि पोते के रूप में उनका बेटा वापस आ गया है। बता दें कि विक्रम का छोटा भाई मोनू भी सेना में हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि विक्रमजीत के गांव तेपला के करीब 300 नौजवान सेना में रहकर देश की सेवा कर रहे हैं।