ओबामा ने अमरीका और दुनिया को संबोधित करते हुए बताया था कि लादेन जैसे दहशतगर्द जो हज़ारों लोगों की मौत का ज़िम्मेदार था उसका खात्मा कर हमने यह साबित अमरीका अपने दुश्मनों को कभी माफ नहीं करता। अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति का 1 मई 2011 को लादेन की मौत का ऐलान करने के बाद भी इंटरनेट पर कई ब्लॉग्स और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर बहस शुरू हो गई थी कि क्या अमरीका ने बिन लादेन को वाकई मार गिराया है। बता दें कि साल 2007 में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ( Benazir Bhutto ) ने यह बात कही थी कि बिन लादेन मर चुका है। जिसके बाद पाकिस्तान उसकी मौत को सच नहीं मान रहा था।
साल 2011 के मई महीने के पहले हफ्ते में सर्च इंजन याहू ने एक डाटा शेयर किया था जिसमें सबसे अधिक ढूंढे गए शब्द थे “ओसामा बिन लादेन नॉट डेड” और “ओसामा बिन लादेन स्टिल अलाइव।” 1 मई को ओसामा बिन लादेन की मौत का ऐलान करने के बाद भी कई लोगों को यकीन नहीं हुआ कि दुनिया का सबसे बड़ा दहशतगर्द मारा गया है। ईरान के सरकारी चैनल ने भी कहा कि समुद्र में बिन लादेन के शरीर को दफनाने से मौत का रहस्य और गहरा गया है। ऑनलाइन विश्वकोश विकिपीडिया ने यह बात अंकित की है कि अमरीका के स्टैण्डर्ड टाइम के अनुसार, ओसामा बिन लादेन की मौत 1 मई 2011 की रात 8 बजे हुई थी। वहीं पाकिस्तान में तब सुबह के 5 बज रहे थे।