काफी देर तक मां के पैर हिलाने के बाद भी उसे दूध नहीं मिला तो वह रोता हुआ घर से बाहर निकल आया। बच्चे को ज़ोर-ज़ोर से रोता देख पड़ोसी उसे घर में ले जाने लगे। घर में घुसते ही पड़ोसियों ने देखा की बच्चे की मां आरती फांसी पर लटकी हुई है तो उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। जिसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को पूरे मामले की सूचना दी। मौका-ए-वारदात पर पहुंचे बलटाना चौकी इंचार्ज सतिंदर सिंह ने पूरे घर का मुआयना किया और आरती के पति अजय कुमार को इस बाबत पूरी जानकारी दी।
इसके साथ ही आरती के घर वालों को भी पूरे मामले की सूचना पहुंचा दी गई। हालांकि पुलिस को घर से किसी भी प्रकार का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जानकारी के मुताबिक अजय दिहाड़ी पर काम करता था, इसके साथ ही वह रात के समय गार्ड की भी ड्यूटी करता था। वारदात वाले दिन भी अजय रात का खाना खाकर ड्यूटी पर चला गया था। जिसके बाद आरती फांसी के फंदे पर झूलकर मर गई। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।