6 दिन से लापता थीं मां—बेटी दरअसल, गुजरात के दाहोद जिले में डबल मर्डर केस का खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नंदा सिसोदिया और उनकी गोद ली हुई बेटी शियोना 17 नवंबर से लापता थीं। 6 दिन बाद यानी 23 नवंबर को लिमखेड़ा के पास नदी से बच्ची की लाश मिली।
धीरे—धीरे राज से उठता गया पर्दा पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि नंदा अपनी दोस्त और सहकर्मी मंजू भभोर के घर पर आखिरी बार अपनी बेटी के साथ दिखी थीं। इसके बाद से ही दोनों लापता थीं।
दंपति ने कबूल किया जुर्म पुलिस ने भभोर और उनके पति दिलीप से कड़ाई से पूछताछ की। उन्होंने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि 17 नवंबर को ही उन्होंने नंदा की गला दबाकर हत्या की थी। वहीं, उसकी बेटी को इस डर से मार दिया कि वह किसी को घटना के बारे में बता न दे।
14 बोरी सीमेंट में पाट दी थी महिला की लाश
वहीं, जब पुलिस से नंदा की लाश के बारे में पूछताछ की गई तो दंपति ने बताया कि उन्होंने उसकी लाश को अपने घर के पीछे एक वॉटर टैंक में डालकर उसपर 14 बोरी सीमेंट डाल दिया, जिससे लाश पट जाए और किसी बदबू भी न आए। बता दें, पुलिस ने दंपति की निशानदेही पर वाटर टैंक से सीमेंट हटवाकर नंदा का शव बरामद कर लिया। पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।