Mother Son Story: युवक का नाम शेर सिंह है और नाम ही नहीं इनका जज्बा और साहस भी शेर की तरह ताकतवर है। अपनी 70 वर्षीय मां को साइकिल के पीछे बैठाकर शेर सिंह नेपाल के लिए निकला है। हजारों किलोमीटर के सफर को नापने के लिए दिन रात लगातार साइकिल के पैडल घुमा रहा है। मंजिल बहुत दूर है लेकिन इरादे मजबूत है। उसके जज्बे के आगे लंबी दूरी भी बोनी साबित हो रही है।
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पटना से शुरू की यात्रा
शेर सिंह ने पटना से अपने वतन नेपाल के लिए साइकिल से यात्रा शुरू की है। उसका जोश और जज्बा देखकर हर कोई हैरान है। पटना में एक निजी कंपनी में काम करने वाले शेर सिंह ने लॉकडाउन ( Lockdown in India ) के चलते करीब एक हजार किलोमीटर की दूरी साइकिल से करने की ठानी। राह इतनी आसान नहीं थी क्योंकि बूढ़ी मां को भी ले जाना था। उसने साइकिल के पीछे फल की टोकरी बांधी और मां को उस पर बैठाया और निकल पड़ा मंजिल की ओर।
देखकर लोग हुए हैरान
शेर सिंह जब साइकिल पर निकले तो वाराणसी से करीब 25 किलोमीटर पहले राहत सामग्री बांट रहे युवकों की नजर उन पड़ी। सूखे कंठ और होठों पर जमी पपड़ी थी। लोगों ने रोक तो अपना नाम बताया और बोला बिहार से नेपाल सीमा सील है। ऐसे में वह बनारस, प्रतापगढ़, गोंडा, बहराइच होते हुए नेपाल के लिए निकले है।
मां की थी घर जाने की इच्छा
शेर सिंह ने बताया कि मां की घर जाने की इच्छा थी। लॉकडाउन ( COVID-19 Lockdown ) में कोई साधन नहीं मिला रहा था तो साइकिल से ही घर लौटने का मन बनाया। उसके पत्नी और बच्चे नेपाल में ही है। पीड़ा थी कि लॉकडाउन में उसे चाय तक नसीब नहीं हुई। भूखा प्यासा बस साइकिल चलाता। हालांकि, बीच में लोगों ने मदद भी की और उसे खाने का सामान भी दिया।