ऐसे में जब 15 सालों के बाद एक बार फिर मध्यप्रदेश की जनता ने कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका दिया है तो कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ता किरार की शपथ का ध्यान रखा और उसे पूरा करने पहुंचे। इस मौके उनके साथ दिग्विजय सिंह भी मौजूद रहे। कमलनाथ ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और कहा, ‘आज निवास पर राजगढ़ के कार्यकर्ता श्री दुर्गा लाल किरार से मिलकर उन्हें जूते पहनाएं, उन्होंने संकल्प लिया था कि जब तक प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नही बनेगी तब तक वो जूता नहीं पहनेंगे। ऐसे कार्यकर्ताओं को सलाम है जो पूरी निष्ठा से कांग्रेस के लिए दिन रात मेहनत करते है।’
बता दें कि किरार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। साल 2003 में जब भाजपा ने कांग्रेस को हटाकर सत्ता पाई थी तो उस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अगले 10 सालों तक चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी जबकि उनके प्रशंसक दुर्गा लाल किरार ने फिर से कांगेसी की सरकार आने पर ही पैरों में जूते पहनने की कसम खाई थी। बता दें कि इस बार 230 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 114 विधायक हैं और भाजपा के 109 विधायक हैं। जबकि सरकार चलाने के लिए कम से कम 116 विधायकों की जरूरत होती है ऐसे में कांग्रेस सात अन्य विधायकों (चार निर्दलीय, दो बसपा एवं एक सपा) के समर्थन से सरकार चला रही है।