रावल की हस्तरेखा और ज्योतिष में रूचि होने की वजह से उन्हें केन्या के स्टेट हाउस में आने का आमंत्रण दिया गया इसके बाद राष्ट्रपति मोई के राजनीतिक सलाहकार बन गए। रावल की सटीक भविष्यवाणी ने उन्हें कई राजनेताओं में लोकप्रिय बना दिया एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस समय उनका स्टील और सीमेंट का व्यवसाय है जिसका टर्नओवर 4 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा है। रावल ने हाल ही में केन्या में अपनी आत्मकथा, ‘गुरु ए लांग वॉक टु सक्सेज’ लांच की। उनकी किताब के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपना संदेश भी भेजा। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नरेंद्र रावल ने कसम खाई है कि वे अपनी आधी जायदाद को गरीबों में दान कर देंगे। उन्होंने अपनी वसीहत में इस बात का ज़िक्र किया है कि “मैं अपनी जायदाद में से अपने बच्चों के लिए 50% रखूंगा और अन्य 50% केन्या में दान कर दिया जाए।