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निर्भया के दोषियों को जब सौंपा गया डेथ वारंट, लड़खड़ाने लगे उनके कदम, चेहरे पर दिखा मौत का खौफ

locationनई दिल्लीPublished: Jan 09, 2020 11:32:49 am

Submitted by:

Pratibha Tripathi

निर्भया के साथ दरिंदगी करने वाले चारों दोषी तिहाड़ जेल में बंद हैं
22 फरवरी को इन्हें दी जानी है फांसी

Nirbhaya case

Nirbhaya case

नई दिल्ली। 16 दिसंबर 2012 को चलती बस में निर्भया के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार करने वाले चारों दोषी इस समय तिहाड़ जेल में बंद हैं और 22 फरवरी को इन्हें फांसी के फंदे पर लटकाया जाना है। निर्भया के दोषियों की फांसी की सजा की तारीख सामने आने के बाद अब इसकी चर्चा हर जगह की जाने लगी है। जब इसकी चर्चा सड़को से लेकर जैल के कैदियों तक पहुचीं। तो वंहा के कैदियों को भी इस बात की खुशी हुई। अब बताया जा रहा है कि इन कैदियों का जेल में भी बुरा हाल है। निर्भया के चारों दोषियों को हाई सिक्योरिटी सेल में भेज दिया गया हैं। यहां इन पर काफी कड़ी नजर रखी जा रही है। जानिए क्या रहा चारों दोषियों का हाल जब उन्हें सौंपा गया डेथ वारंट।
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डेथ वारंट मिलते ही लड़खड़ाए कदम
पटियाला हाउस कोर्ट से निर्भया के चारों दोषियों को जब मौत की सजा सुनाई गई तब उस दौरान वो इस बात को समझ नही पाए कि उन्हें मौत की सजा मिली है तब उन्हें बताया गया कि २२ फरवरी के दिन उन्हें फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा।इस बात को सुनते ही उनका रो रोकर बुरा हाल हो गया। और बुधवार के दिन जैसे ही जेल प्रशासन की ओर से सभी दोषी मुकेश (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को डेथ वारंट की कॉपी सौंप दी गई। तो बताया जाता है कि डेथ वारंट की कॉपी लेते समय चारों के कदम कुछ लड़खड़ा से गए। इनके अंदर मौत का खौफ देखा जा सकता था। हालांकि बताया जाता है कि इनके अंदर कोई पछतावा नहीं दिखा।

उनके शव को तिहाड़ में नहीं दफनाया जाएगा
जानकारी के अनुसार इन चारों को फांसी देने के बाद उनके शव को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की तरह तिहाड़ जेल में नहीं दफनाया जाएगा, बल्कि इनके परिवारों को इनके शव सौंपे जाएंगे। इस संबंध में भी चारों दोषियों के पड़ोसियों का कहना है कि इनके शवों को दिन के बजाय रात में घर लाया जाए। ताकि बच्चे ये न पूछ लें कि ये कौन हैं और इन्होंने क्या किया था।

मनोचिकित्सक रख रहे दोषियों पर नजर
जानकारी के अनुसार अक्षय, पवन और मुकेश पहले जेल संख्या-2 और विनय जेल संख्या-4 में बंद था। बुधवार को चारों को हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया। चोरों का डेथ वारंट जारी होने के बाद अब जेल मैनुअल के हिसाब से कार्य शुरू कर दिए गए हैं। सभी दोषियों के खानपान और मानसिक स्थिति पर नजर रखी जा रही है। दोषियों की दिनचर्या से हर पल जेल अधीक्षक व उप अधीक्षक थोड़ी-थोड़ी देर में उनके स्वास्थ के बारे में पता लगाते रहते हैं। हालांकि सूत्रों का कहना है कि डेथ वारंट जारी होने के बाद से ही चारों ने खाना-पीना बेहद कम कर दिया है।

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