हम बात कर हैं एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) अजीत डोभाल की जिन्हें कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। सरल शब्दों में कहें तो ये भारत के जेम्स बांड भी कहलाते हैं। केरल कैडर के 1968 बैच के आईपीएस अजीत डोभाल ने दुश्मनों से देश की रक्षा के लिए हर वो काम किया है जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता है। अजीत डोभाल ने अजमेर मिलिट्री स्कूल से पढ़ाई की है और आगरा विवि से अर्थशास्त्र में एमएम किया है। आज भारत की सुरक्षा से जुड़े हुए जितने भी अहम फैसले लिए जाते हैं उनमें अजीत डोवाल की भूमिका जरूर होती है।
जानें इनसे जुड़ी अनकही बातें
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राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भारतीय सेना द्वारा म्यनमार में सीमापार सर्जिकल स्ट्राइक कर चुके हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक में भी इनकी अहम भूमिका थी। इसके साथ ही ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान उन्होंने एक गुप्तचर की भूमिका निभाई और भारतीय सुरक्षा बलों के लिए महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी उपलब्ध कराई जिसकी मदद से यह ऑपरेशन सफल हो सका। इस दौरान उनकी भूमिका एक ऐसे पाकिस्तानी जासूस की थी, जिसने खालिस्तानियों का विश्वास जीत लिया था और उनकी तैयारियों की जानकारी मुहैया करवाई थी।
आपको बता दें कि डोभाल ने पाकिस्तान में 7 साल तक भिखारी बनकर गुज़ारे हैं और कोई भी उन्हें पकड़ नहीं पाया। वो पाकिस्तान में भिखारी बनकर जासूसी करते थे और अहम जानकारियां भारत को मुहैय्या करवाते थे। भारत की सुरक्षा करने के लिए डोवाल ने कई बड़े योगदान दिए हैं और लगातार देते जा रहे हैं।