ये मूर्तियां पीले पत्थर से बनाई गई हैं और इन पर सिंदूर के निशान देखे जा सकते हैं।
बताया जा रहा है कि ये मूर्तियां महावीर हनुमान, गणेश महाराज और नंदी महावीर की हैं।
इस मंदिर की साज सज्जा और मरम्मत के लिए खुदाई का काम चल रहा था। जहां मजदूरों को अलग-अलग आकार की पंद्रह मूर्तियां मिली हैं।
बताया जा रहा है कि ये मूर्तियां करीब 1,500 साल पुरानी हैं।
मंदिर प्रबंधन ने विशेष पुरातत्वविदों को यह जांचने के लिए बुलाया है कि यह कितनी पुरानी हैं।