आपको बता दें कि ग्वालियर शहर के शिंदे की छावनी में जन्में अटल बिहारी वाजपेयी को मिठाई खाने का काफी शौक था। अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे पसंदीदा मिठाई ‘बहादुरा के लड्डू’ और चिवड़ा नमकीन था। ‘बहादुरा स्वीट्स’ देशी घी की मिठाई बनाने के लिए मशहूर थे और यही पर अटल बिहारी वाजपेयी भी मिठाई खाने आते रहते थे।
बहादुरा मिष्ठान भंडार के मालिक ने बताया था कि जब अटल जी बहुत छोटे थे तब वो यहां पैदल चलकर लड्डू खाने आते थे। उस वक्त उनके लड्डू 4-6 रुपए प्रति किलो बिकते थे। ये लड्डू अटल जी जो इतने पसंद थे कि जब भी अटल जी किसी करीबी के घर जाते थे तो यही से लड्डू पैक करवाकर ले जाते थे।
रात दो बजे अटल जी ने खुलवाई दुकान शहर के फालका बाजार स्थित नमकीन व्यवसायी सुन्नूलाल गुप्ता ‘बेडर’ की दुकान पर भी अटल जी चिवड़ा खाने आते थे। एक बार की बात है जब अटलजी विदेश मंत्री थी उस दौरान चुनावी सभा के चलते वो ग्वालियर आये थे, इस बात की सूचना सुन्नूलाल को लग गयी थी और उन्होंने अटल जी का पसंदीदा चिवड़ा बनवाकर रख लिया था लेकिन जब देर तक वो नहीं आये तब सुन्नूलाल दुकान बंद करके छत पर सो गया।
लेकिन देर रात 2 बजे पुलिस की गाड़ियां सायरन बजाती हुए आईं जिसकी आवाज सुनकर सुन्नूलाल उठ गए। जब वो नीचे उतरे तो देखा कि पुलिस की गाड़ियां उनकी दुकान के आगे रुक गयीं और कार में से केंद्रीय मंत्री अटलजी उतरे और बोले मैं हूं अटल बिहारी, चिवड़ा तैयार है ? इसके बाद झट से सुन्नूलाल अपनी दुकान पर गए और चिवड़े का स्पेशल मेवों को मिक्स कर उन्हें पैकेट दे दिया। इसके बदले में अटल जी ने सुन्नूलाल को ज्यादा पैसे दिए और ऐसा वो पहले भी करते थे।