scriptमहिलाओं की इस बेरहमी की वजह से ज़ख्मी हो रहे हैं यहां के ‘गधे’, जानकर आप भी कहेंगे अब बस! | overweight tourists are crippling donkeys in greece | Patrika News

महिलाओं की इस बेरहमी की वजह से ज़ख्मी हो रहे हैं यहां के ‘गधे’, जानकर आप भी कहेंगे अब बस!

locationनई दिल्लीPublished: Sep 07, 2018 04:39:06 pm

Submitted by:

Priya Singh

सैंटोरिनी अपने पहाड़ी इलाके के लिए जाना जाता है और ‘गधे’ पारंपरिक रूप से लोगों द्वारा परिवाहन के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं।

overweight tourists are crippling donkeys in greece

महिलाओं की इस बेरहमी की वजह से ज़ख्मी हो रहे हैं यहां के ‘गधे’, जानकर आप भी कहेंगे अब बस!

नई दिल्ली। सेंटोरिनी द्वीप ग्रीस के मुख्य भूमि के लगभग 200 किमी (120 मील) दक्षिण पूर्व दक्षिणी एजियन सागर में एक द्वीप है। यह एक छोटा, गोलाकार द्वीपसमूह का सबसे बड़ा द्वीप है जो समान नाम रखता है और ज्वालामुखीय कैल्देरा का अवशेष है। यहां हर साल हजारों सैलानी छुट्टियां मनाने पहुंचते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार यहां लगभग 1200 पर्यटक हर दिन घूमने आते हैं। यह जगह बेहद ही खूबसूरत है लेकिन ऊंचाई पर होने की वजह से पहाड़ पर बने घरों और होटलों तक पहुंचने के लिए पर्यटक गधों की सवारी करते हैं। सैंटोरिनी अपने पहाड़ी इलाके के लिए जाना जाता है और ‘गधे’ पारंपरिक रूप से लोगों द्वारा परिवाहन के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं। पर्यटक यहां की प्रसिद्ध जगहों पर इसी की सवारी करके जाते हैं, खासकर वो पर्यटक जिनका वज़न ज़्यादा होता है। ऐसे में 1200 पर्यटकों में से 20 प्रतिशत तो ऐसे होते ही हैं जो इनकी सवारी करें।

बाबा महाकाल के चरणों में पहुंची ये मॉडल, फिर साड़ी का पल्लू सरकाया और…

overweight tourists are crippling <a  href=
Donkeys in greece” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2018/09/07/bnaqwg_3375266-m.jpg”>

जानकारी के लिए बता दें कि, मोटे पर्यटकों के वजन और पीठ पर रखी काठी की रगड़ से कई बार गधे जख्मी हो जाते हैं। इससे सामाजिक कार्यकर्ता खफा हैं। वे इस काम में क्रॉस ब्रीड वाले गधों का इस्तेमाल करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे ज्यादा ऊंचे और ताकतवर होते हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं की मांग है कि, गधों पर उसके वजन का 20% भार ही ढोया जाए। इन पर 50 किलो से ज्यादा वजन नहीं रखना चाहिए। लेकिन ये सब तय करने वाला कोई नहीं है जिसके कारण उन्हें इतनी पीड़ा सहनी पड़ रही है।” बता दें कि, यहां वहां कुछ अच्छे मालिक हैं जो जानवरों के लिए बनाए कोड का पालन करते हैं लेकिन आम तौर कुछ मालिकों को केवल पैसे कमाने से मतलब होता है जो सरासर गलत है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो