पिछले महीने कराची एयरपोर्ट (Karachi Airport) के पास हुए विमान हादसे के बाद देश में पायलटों के लिए कई तरह की जांच की गई। इन जांचों में पता चला कि पूरे देश की एयरलाइन इंडस्ट्री में फर्जी पायलट्स भरे पड़े हैं। पाकिस्तान के उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान (Gulam sarvar Khan) ने बताया कि देश में 40% पायलट्स के पास फर्जी लाइसेंस होते हैं जिनमें बड़ी संख्या में Pakistan International Airlines के पायलट भी शामिल हैं।
बता दें कराची में 22 मई को हुए विमान हादसे की जांच रिपोर्ट बुधवार को संसद में पेश की गई। इस दौरान विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने कुछ आश्चर्यजनक खुलासे किए। गुलाम सरवर खान ने बताया कि , PIA के 860 पायलट हैं। इनमें से 262 ऐसे हैं जिन्होंने पायलट बनने के लिए परीक्षा ही नहीं दी।
उन्होंने आगे कहा कि PIAमें पायलट नियुक्तियां राजनीतिक दबाव और हस्तक्षेप पर आधारित हैं। इसकी जांच फरवरी 2019 में शुरू हुई। यह पाया गया कि 262 पायलटों ने नौकरी पाने के लिए किसी और को परीक्षा में उनके स्थान पर भेजा। इन पायलटों को उड़ान का आवश्यक अनुभव भी नहीं था। सरकारी एयरलाइंस में 40% पायलटों के पास फर्जी लाइसेंस हैं।
खान ने कराची में दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के बारे में संसद में बताया कि विमान में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी। पायलट, केबिन क्रू और एटीसी दुर्घटना के लिए जिम्मेदार थे। दुर्घटना के पहले पायलट कोरोनोवायरस पर चर्चा कर रहे थे। हमारे पास इसकी रिकॉर्डिंग है। इस दुर्घटना में 8 केबिन क्रू सहित 97 लोग मारे गए थे। 2 लोग बच गए।
वहीं Pakistan International Airlinesके प्रवक्ता अब्दुल्ला खान ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हमने 150 पायलटों की उड़ान पर प्रतिबंध लगा दिया है। उनके लाइसेंस फर्जी होने का संदेह है। कुछ और पायलटों के लाइसेंस की जांच चल रही है। दोषी पाए जाने पर उन्हें तत्काल बर्खास्त कर दिया जाएगा।