बढ़ा रही है इम्यूनिटी वैज्ञानिकों के मुताबिक फाइजर व बायोएनटेक इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद कर रही है। वैक्सीन के पहले क्लीनिकल ट्रायल का डाटा बुधवार को medRXiv में प्रकाशित किया गया। इसका ज्यादा इस्तेमाल शरीर को हानिकारक पहुंचा रही है। इसके ज्यादा प्रयोग से बुखार और कुछ दूसरे दुष्प्रभावों का भी कारण बन रही है।
फाइजर की रिसर्च लैब में वायरल वैक्सीन के चीफ साइंटफिक ऑफिसर फिलिप डॉर्मिटजर ने कहा कि ”हम दूसरे रोगियों पर भी वैक्सीन का परीक्षण कर रहे हैं। अभी हम सिर्फ इतना ही कह सकते हैं कि वैक्सीन परीक्षण के शुरुआती दौर में बढ़ी इम्युनिटी और सेफ्टी डाटा के आधार पर ये प्रभावी व कारगर वैक्सीन साबित होगी।”
जानिए कैसे हुआ ट्रायल
क्लीनिक ट्रायल में शामिल किए 45 मरीजों को वैक्सीन की अलग-अलग तीन डोज दी गईं। कुछ मरीजों को प्लसीबो दिया गया। रोगियों में 12 को वैक्सीन 10 माइक्रोग्राम, 12 को 30 माइक्रोग्राम, 12 को 100 माइक्रोग्राम डोज दी गई। वहीं, 9 पेशेंट को प्लसीबो दिया गया। इनमें उन मरीजों को बुखार की शिकायत सामने आई, जिन्हें 100 माइक्रोग्राम डोज दी गई थी। इस स्तर पर उन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं दी गई। इसके तीन हफ्ते बाद उन्हें दूसरी डोज दी गई। इसके बाद 10 माइक्रोग्राम डोज वाले 8.3 फीसदी और 30 माइक्रोग्राम वाले 75 फीसदी रोगियों को बुखार की शिकायत होने लगी।
गौरतलब है कि भारत में एक दिन में कोविड-19 के 19,148 नए मामले आने के बाद संक्रमितों की संख्या छह लाख के पार चली गई है और मृतकों की संख्या 17,834 पर पहुंच गई है। महज पांच दिन पहले ही संक्रमितों की संख्या पांच लाख के पार हुई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के मामले बढ़कर 6,04,641 हो गए जबकि 434 लोगों की मौत हो गई। इस संक्रामक रोग से उबरने वाले लोगों की संख्या 3,59,859 हो गई है जबकि एक मरीज देश छोड़कर चला गया है। देश में अब भी 2,26,947 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है।