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अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने लद्दाख की ‘संजीवनी’ का किया जिक्र, जानें क्या है ‘सोलो’ जड़ी-बूटी

Published: Aug 09, 2019 10:12:41 am

Submitted by:

Priya Singh

राष्ट्र के नाम संबोधन भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया एक जड़ी-बूटी का ज़िक्र
जिसे ‘रामायण’ में वर्णित संजीवनी माना जाता है
वैज्ञानिकों का कहना है- यह एक चमत्कारी जड़ी-बूटी है

pm modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिन को राष्ट्र के नाम संबोधन में लद्दाख में पाई जाने वाली उस जड़ी-बूटी का जिक्र किया, जिसे ‘रामायण’ में वर्णित संजीवनी माना जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि मिथकीय महाकाव्य ( रामायण ) में राम के भाई लक्ष्मण को जीवनदान देनेवाली जड़ी-बूटी ‘संजीवनी’ की तलाश पूरी हो गई है। इस जड़ी-बूटी को स्थानीय लोग ‘सोलो’ ( solo rhodiola ) कहते हैं।

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यह जड़ी-बूटी हिमालय पर इतनी ऊंचाई पर पाई जाती है, जहां जीवन को बनाए रखना ही अपने आप में एक चुनौती है। वहां पर यह जड़ी-बूटी मिलती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक चमत्कारी जड़ी-बूटी है, जो इम्यून सिस्टम को ठीक सकता है, और ऊंचाई के बातावरण में शरीर को ढलने में मदद करता है और इसका सबसे फायदेमंद गुण यह है कि रेडियो-एक्टिविटी से बचाव करता है। वैज्ञानिकों ने इस जड़ी-बूटी को ‘रोडियोला’ नाम दिया है। रोडियोला ठंडे और ऊंचाई वाले जगह पर पाया जाता है। स्थानीय लोग रोडियोला को ‘सोलो’ कहते हैं और इसकी पत्तियों का सब्जियों में प्रयोग करते हैं।

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solo

हालांकि लेह स्थित डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ हाई एलटीट्यूड रिसर्च (डीआईएचएआर) के शोध से पता चलता है कि रोडियोला का इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज में किया जा सकता है। डीआईएचएआर के निदेशक आर.बी. श्रीवास्तव ने एक मीडिया एजेंसी को बताया, “रोडियोला एक आश्चर्यजनक पौधा है, जो रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाता है, कठिन जलवायु की स्थितियों में शरीर को अनुकूल बनाता है और रेडियो एक्टिविटी से बचाव करता है। इस पौधे में सीकोंडरी मेटाबोलाइट्स और फायटोएक्टिव तत्व पाएं जाते हैं, जो विशिष्ट तत्व हैं।”

श्रीवास्तव ने कहा कि यह जड़ी बूटी बम या बॉयोकेमिकल लड़ाई से पैदा हुए गामा रेडिएशन के प्रभाव को कम करता है। लेह स्थित डीआरडीओ की प्रयोगशाला दुनिया की सबसे ऊंची जगह पर स्थित कृषि-जानवर शोध प्रयोगशाला है। इस प्रयोगशाला में रोडियोला पर एक दशकों से शोध हो रहा है। श्रीवास्तव ने कहा, “इस पौधे की एडेप्टोजेनिक क्षमता सैनिकों और कम दवाब और कम आक्सीजन वाले वातावरण में अनुकूल होने में मदद कर सकती है, साथ ही इस पौधे में अवसाद-रोधी और भूख बढ़ाने वाला गुण भी है।”

solo rhodiola

प्रधानमंत्री ने लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि ये फैसला जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के साथ ही पूरे भारत की आर्थिक प्रगति में सहयोग करेगा। जब दुनिया के इस महत्वपूर्ण भूभाग में शांति और खुशहाली आएगी, तो स्वभाविक रूप से विश्व शांति के प्रयासों को मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि लेह लद्दाख ऐसी धरती है, जहां संजीवनी पाई जाती है। वे सोलो का ही उल्लेख संजीवनी के रूप में कर रहे थे।

उन्होंने कहा, “अब लद्दाख के नौजवानों की इनोवेटिव स्पिरिट को बढ़ावा मिलेगा, उन्हें अच्छी शिक्षा के लिए बेहतर संस्थान मिलेंगे, वहां के लोगों को अच्छे अस्पताल मिलेंगे, इंफ्रास्ट्रक्च र का और तेजी से आधुनिकीकरण होगा। लद्दाख में स्पीरिचुअल टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म और इकोटूरिज्म का सबसे बड़ा केंद्र बनने की क्षमता है। सोलर पावर जनरेशन का भी लद्दाख बहुत बड़ा केंद्र बन सकता है। अब वहां के सामथ्र्य का उचित इस्तेमाल होगा और बिना भेदभाव विकास के लिए नए अवसर बनेंगे।”

इनपुट-आईएएनएस

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