script

कोरोनावायरस पर प्रेस रिलीज से मची अफरा-तफरी, भारत सरकार को देनी पड़ी सफाई

Published: Mar 19, 2020 08:01:44 pm

Submitted by:

Vivhav Shukla

कोरेना वायरस (Coronavirus) के आतंक से पूरी दुनिया में त्राहिमाम मचा हुआ है
सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रही है ढेरों अफवाहें

press_note_on_coronavirus_declaring_restricted__in_india_is_fake.jpg
नई दिल्‍ली : कोरेना वायरस (Coronavirus) के आतंक से पूरी दुनिया में त्राहिमाम मचा हुआ है। चीन से पैदा हुआ ये भयावह वायरस अब 142 से अधिक देशों में फैल चुका है। लाखों लोग इस वायरस के संक्रमण से ग्रसित हैं, वहीं 7000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी कोरोना (Coronavirus) ने कोहराम मचा रखा है। देश में हर तरफ अफरा तफरी का माहौल है। इन सब के बीच सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें तेजी से सर्कुलेट हो रही हैं कि देश पूरी तरह लॉकडाउन होने जा रहा है। इसके साथ ही एक प्रेस रिलीज भी तेजी से वायरल हो रहा है।

क्या है प्रेस रिलीज के अंदर?

वायरल प्रेस रिलीज ( press release) में दावा किया जा रहा है कि 18 मार्च से 31 मार्च तक सरकार ने आवागमन पर प्रतिबंधित लगा दिया है। प्रेस नोट में लिखा है कि आम जनता को बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के अलावा हर समय घर पर वायरल प्रेस रिलीज में दावा किया जा रहा है कि 18 मार्च से 31 मार्च तक सरकार ने आवागमन पर प्रतिबंधित लगा दिया है। प्रेस नोट में लिखा है कि आम जनता को बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के अलावा हर समय घर पर ही रहना है। सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि ये प्रेस रिलीज़ PMO, इंडिया ने जारी की है। जिसके बाद लोग इसे PMO का आदेश मानकर शेयर कर रहे हैं।
press.jpg

सच्चाई कुछ और है

दरअसल, जो प्रेस रिलीज PMO के नाम पर सोशल मीडियो पर शेयर की जा रहा है वो भारत की है ही नहीं। प्रसार भारती ने इस प्रेस रिलीज को फर्जी बताया है। लोक सेवा प्रसारक प्रसार भारती ने #FakeNewsBusted हैशटैग से ट्वीट कर बताया कि यह प्रेस रिलीज भारत का नहीं है और न ही भारत से संबंधित है।
https://twitter.com/hashtag/FakeNewsBusted?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw

मलयेशिया की है ये प्रेस रिलीज

ये प्रेस रिलीज भारत की नहीं मलयेशिया की है। मलयेशिया प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसे अपने देश में लागू किया है। प्रेस रिलीज़ के आखिरी पॉइंट में साफ लिखा है कि ‘Malaysians working in singapore/Thailand/Brunei/Indonesia were not allowed’। इसके अलावा प्रेस रिलीज़ में मलयेशिया का हेल्पलाइन नंबर ही दिया है।

ट्रेंडिंग वीडियो