हम यहां पंजाब स्थित संगरूर के मांडवी गांव में रहने वाले एक मजदूर की बात कर रहे हैं जिसकी किस्मत वक्त ने एक झटके में बदल दी।हर आम इंसान की तरह मनोज भी अमीर बनने का सपना देखता था, लेकिन मजदूरी कर ऐसा हो पाना कभी संभव नहीं था। हालांकि किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
मजदूरी कर अपना जीवन-यापन करने वाले मनोज कुमार को जब यह पता चला कि पंजाब राज्य राखी बंपर 2018 प्रतियोगिता के लॉटरी के टिकट बिक रहे हैं तो उसने भी उसे खरीदने का मन बना लिया, लेकिन उस वक्त मनोज के पास टिकट को खरीदने के 200 रुपये भी नहीं थे।
अब भला होनी को कौन टाल सकता है। मनोज ने इस टिकट को खरीदने के लिए अपने एक दोस्त से 200 रुपये उधार लिए और इस रकम से उसने वह टिकट खरीदा।29 अगस्त को लुधियाना में जब राखी बंपर 2018 के विजेताओं की घोषणा की गई तो उसमें टो टिकट की डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपये की लॉटरी लगी। इन दो टिकटों में से एक मनोज का भी था।
मनोज को जैसे ही इस बात की खबर लगी तो उसके लिए इसे यकीन कर पाना संभव नहीं था। मनोज का कहना है कि, उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि इतनी बड़ी रकम कभी उसके हाथ लग पाएगी। इन पैसों से अब उसकी सारी परेशानियां हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। वाकई में मनोज के इस वाक्ये से एक बात तो साफ है कि, ‘ऊपर वाला जब भी देता है तो छप्पर फाड़ के देता है।’