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भूकंप का भी नहीं होगा राम मंदिर पर असर, 200 फीट नीचे तक होगी नींव, जमीन पर नहीं पड़ेगी परछाई

Published: Aug 08, 2020 03:35:30 pm

Submitted by:

Soma Roy

Ayodhya Ram Mandir : राम मंदिर के निर्माण के दौरान धार्मिक मान्यताओं का रखा जा रहा ख्याल, इसी आधार पर पड़ेगी नींव
राम मंदिर के नींव की खुदाई के लिए लार्सन टूब्रो कंपनी ने नाप ली है

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नई दिल्ली। प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के निर्माणकार्य जोर-शोर से चल रहा है। हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की ओर से मंदिर के भूमि पूजन के बाद से कार्य और ज्यादा तेज हो गया है। बड़े पैमाने पर तैयार हो रहे इस भव्य मंदिर में सोने-चांदी के इस्तेमाल के साथ इसमें खास तकनीक का भी प्रयोग किया जा रहा है। इसकी मजबूती के लिए नींव (Temple Foundation) को 200 फीट नीचे तक डाली जा रही है। जिससे भूकंप तक का इस पर कोई असर न हो सके। इतना ही नहीं मंदिर को इस तरह से बनाया जा रहा है कि इसकी परछाई तक जमीन पर नहीं पड़ेगी।
अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक लार्सन टूब्रो कंपनी ने जमीन के 200 फीट नीचे तक की नाप ली है। जिससे मंदिर निर्माण के दौरान इतनी गहरी नींव आसानी से डाली जा सके। बरसात के चलते अभी नींव की खुदाई का कार्य शुरू नहीं किया गया है। हालांकि इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। नींव की खुदाई का मानचित्र फाइनल होने के बाद काम शुरू होगा। इस प्रक्रिया में करीब एक से दो महीने का वक्त लगेगा। इसका मानचित्र चेन्नई आईआईटी ने तैयार किया है।
धार्मिक मान्यताओं का भी रखा ख्याल
अयोध्या में राम मंदिर को काफी भव्य तरीके से तैयार किया जा रहा है। साथ ही इस दौरान धार्मिक मान्यताओं का भी खास ख्याल रखा जा रहा है। इसी कारण नींव की गहराई ज्यादा रखी जा रही है। जिससे नींव और मंदिर के शिखर की परछाई जमीन पर नहीं पड़ सकेगी। हिंदू शास्त्रों में इसे अच्छा नहीं माना जाता है।
1000 वर्ष बढ़ जाएगी उम्र
मंदिर की नींव को गहरा रखने के पीछे इसे प्राकृतिक आपदाओं से बचाना भी है। 200 फीट की गहराई पर इसे डालने से मंदिर पर भूकंप का असर नहीं पड़ेगा। साथ ही इससे मंदिर की लाइफ भी बढ़ जाएगी। इससे ये करीब 1000 साल तक सुरक्षित अवस्था में रह सकेगा।
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