भूमि पूजन ( Ram Temple Bhumi Pujan ) के पहले अयोध्या को नई-नवेली दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। हर तरफ बहुरंगी छटा बिखेरे जाने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।साथ ही धार्मिक नगरी अयोध्या को पीले रंग (Ayodhya yellow color) में रंगा जा रहा है ।सड़क के दोनों किनारे मकान, दुकान हर चीज को पीले रंग में सराबोर किया जारा है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि क्योंकि सनातन धर्म में इसे शुभ माना जाता है।
Ram mandir in ayodhya
नई दिल्ली। 5 अगस्त को अयोध्या में ऐतिहासिक राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन ( Ram Temple Bhumi Pujan ) किया जाएगा। इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( pm modi ) सहित कई मंत्री शामिल होंगे। ताजा जानकारी के मुताबिक अयोध्या ( Ram mandir in ayodhya ) में 5 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट 15 सेकेंड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चांदी की ईंट स्थापित कर भूमि पूजन करेंगे।
भूमि पूजन ( Ram Temple Bhumi Pujan ) के पहले अयोध्या को नई-नवेली दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। हर तरफ बहुरंगी छटा बिखेरे जाने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।साथ ही धार्मिक नगरी अयोध्या को पीले रंग (Ayodhya yellow color) में रंगा जा रहा है ।सड़क के दोनों किनारे मकान, दुकान हर चीज को पीले रंग में सराबोर किया जारा है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि क्योंकि सनातन धर्म में इसे शुभ माना जाता है।
जानें क्या है पीले रंग का महत्व? दरअसल, हिंदू धर्म (Hindu Religion ) में पीले रंग को पवित्र माना जाता है। इस रंग का इस्तेमाल धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ और विद्या के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इसके साथ घरों की बाहरी दीवारों पर पीले रंग की पुताई अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में माना जाता है कि पीला रंग मन को शांत रखता है और नकारात्मक विचारों को दूर करता है। इन सब के अलावा पीला रंग भगवान विष्णु का प्रिय है इसलिए अयोध्या (Ayodhya) को पीले रंग से रंगना शहर को ईश्वर के रंग में रंगने जैसा है। जानकारी के लिए बता दें भगवा हो या गेरुआ, यह सब पीले के ही प्रकार हैं।
शहर दिखेगा सुंदर वहीं अयोध्या के जिलाधिकारी (District Magistrate of Ayodhya) अनुज झा (Anuj Jha) ने शहर को पीले रंग में रगें जाने के बारे में बताते हुए कहा कि अयोध्या को सुंदर बनाने के लिए ये किया जा रहा है। उनका मानना है कि पीले रंग से पूरा शहर मनमोहक दिखेगा। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक तौर पर मंदिर के आसपास का इलाका ‘येलो ज़ोन’(Yellow Zone) कहा जाता है।