शख्स से बात करने पर पता चला कि, राशन कार्ड में तीसरा उसके पालतू कुत्ता का है। उसका कहना है कि, वह उसे बेटे की तरह ही मानता है। इसलिए उसका नाम राशन कार्ड में राजू नाम से दर्ज है। इस शख्स ने राजू के नाम के आगे उसका संबंध अपने पुत्र के रूप में दर्ज कराया है। ग्राम पंचायत की ओर से बना राशन कार्ड बिना सत्यापन के बनाया गया था और वह सालभर से अपने कुत्ते के नाम पर राशन ले रहा था। इस कारनामे को अंजाम देने के बाद सरकारी विभागों में हड़कंप मचा हुआ है। खाद्य निरीक्षक ने आदेश दिए हैं कि कुत्ते का नाम फौरन राशन कार्ड से हटाया जाए।