प्रतियोगिता के रनरअप को 25 करोड़ रुपए मिलेंगे। वहीं दसवें नंबर पर रहने वाले प्रतियोगी को भी अच्छी रकम मिलेगी। इस हॉर्स रेस की सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस प्रतिस्पर्धी दौड़ में सात अंतरराष्ट्रीय महिला जॉकी ( Jockey ) में से एक निकोला करी, सऊदी अरब में प्रतिस्पर्धी दौड़ में सवारी करने वाली पहली महिला बनकर इतिहास रचेंगी।
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द सऊदी कप ( Saudi Cup ) को देखने के लिए करीब 10 हजार से ज्यादा दर्शकों की भीड़ जुटेगी। इस हॉर्स रेस का आयोजन 29 फरवरी को किंग अब्दुलअजीज रेसट्रैक पर किया जा रहा है। सऊदी अरब में अंतरराष्ट्रीय घोड़ों के लिए उद्योग खोलने और वैश्विक रेसिंग पर अपनी पहचान बनाने की दिशा में इसे बड़ी पहल माना जा रहा है।
सऊदी ने हाल के वर्षों में खेल प्रतियोगिताओं के लिए भारी निवेश किया है। सऊदी पिछले कुछ समय से अधिक उदारवादी छवि बनाने की कोशिश कर रहा है, इसके पीछे की वजह ये है कि सऊदी पर मानवाधिकारों के हनन और कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ाने का आरोप लगता रहा है।