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क्या है इस नए अंग का नाम?
वैज्ञानिकों को ये नया अंग नाक के पीछे और गले के कुछ ऊपर के हिस्से में मिला है, जो करीब 1.5 इंच का है। वैज्ञानिकों ने शरीर में पता चले इस नए अंग को Tubarial salivary glands नाम दिया है। बताया जा रहा है ये अंग नाक के लूब्रिकेशन में मदद करता है और इसकी मदद से कैंसर के मरीज़ों को लार और निगलने में होने वाली समस्याओं को दूर किया जा सकेगा।
कैसे हुई खोज?
Radiotherapy and Oncology जर्नल के मुताबिक नीदरलैंड्स कैंसर इंस्टिट्यूट के रिसर्चर प्रोस्टेट कैंसर से जुड़ी नई जानकारी के लिए PSMA PET-CT नाम के स्कैन की जांच कर रहे थे। इसके लिए रेडियोएक्टिव ट्रेसर को मरीज के शरीर में इंजेक्ट किया गया गया और जांच में नए अंग के बारे में पता चला। इसके बाद वैज्ञानिकों ने 100 मरीजों पर स्टडी की और उनमें भी ये ग्लैंड मिल गया। जिसके बाद इस नए अंग की पुष्टी हुई।
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कैंसर के इलाज में मिलेगी मदद
इस नए अंग से कैंसर के इलाज में होने वाले साइड इफेक्ट्स को कम किया जा सकेगा। जानकारों के मुताबिक कैंसर के इलाज के लिए सिर और गले में रेडियोथेरपी के दौरान सलाइवरी ग्लैंड्स को बचाने की कोशिश की जाती है। क्यों डॉक्टरों को नहीं पता था कि शरीर में और भी सलाइवरी ग्लैंड्स होते हैं। ऐसे में इस नए ग्लैंड्स से कैंसर के इलाज में मदद जरूर मिलेगा।