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कोरोना काल के बीच देर रात आकाश में हुई अद्‍भुत खगोलीय घटना, क्या आपने भी देखीं ?

locationनई दिल्लीPublished: Apr 23, 2020 10:58:57 am

Submitted by:

Naveen

-Lyrid Meteor Shower 2020: लिरिड्स मेटियोर शॉवर ( Lyrid Meteor Shower ) नामक इस खगोलीय घटना को कन्जक्शन भी कहा जाता है।-इस अद्भुत घटना के दौरान आकाश ज्यादा चमकीला दिखाई देता है और आतिशबाजी जैसे नजारे दिखाई देते है।-दुनिया में कोरोना ( COVID-19 ) काल के बीच बुधवार रात एक अद्भुत खगोलीय घटना ( Amazing Astronomical Event ) का नजारा देखने को मिला।-इसी कड़ी में उल्का वर्षा ( Meteor Rain ) भी अहम है। बुधवार रात को उल्काओं की बारिश से आसमान ज्यादा चमकीला नजर आया।

see lyrid meteor shower 2020 amazing astronomical lights in sky

नई दिल्ली।
Lyrid Meteor Shower 2020: दुनिया में कोरोना ( COVID-19 ) काल के बीच बुधवार रात एक अद्भुत खगोलीय घटना ( Amazing Astronomical Event ) का नजारा देखने को मिला। बता दें कि अप्रैल माह को खगोलीय घटनाओं के लिए भी जाना जाता है। इसी कड़ी में उल्का वर्षा ( Meteor Rain ) भी अहम है। बुधवार रात को उल्काओं की बारिश से आसमान ज्यादा चमकीला नजर आया। उल्काओं बारिश का दौरान अगले सप्ताह तक चलेगा। इसे इंसान बिना किसी यंत्र के भी आसानी से देखा जा सकता है। लिरिड्स मेटियोर शॉवर ( Lyrid Meteor Shower ) नामक इस खगोलीय घटना को कन्जक्शन भी कहा जाता है। इस अद्भुत घटना के दौरान आकाश ज्यादा चमकीला दिखाई देता है और आतिशबाजी जैसे नजारे दिखाई देते है। खगोलशास्त्री के मुताबिक, 23 को अमावस्या है। इसलिए 22 की रात को चंद्रमा बहुत देर तक दिखाई दिया। ऐसे में उल्का बारिश को आसानी देखा गया।

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ज्यादा चमकीला होता है आसमान
American Meteor Society के अनुसार, यह घटना तब घटित होती है जब बृहस्पति, शनि, मंगल और चंद्रमा एक सीधे में आ जाते है। इस गतिविधि को लिरिड्स मेटियोर शॉवर कहा जाता है। इस दौरान 22 अप्रैल के बाद बीच में मध्य रात्रि के दौरान आकाश में उल्का पिंडो की बारिश के कारण आसमान में आतिशबाजी जैसा नजारा होता है। इस घटना को किसी अंधेरे और शांत इलाकों से आसानी से देखी जा सकती है।

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30 अप्रैल तक दिखेगा नजारा
बता दें कि 30 अप्रैल तक कई उल्का पिंडो की बारिश के नजारे देखने को मिल सकते है। इसे रात एक बजे के बाद देख सकते। इस प्रकाश तड़के 2 से 4 बजे के बीच चरम पर रहता है। आकाशीय घटना को सीधे आंखों से देख सकते। accuweather.com के मुताबिक, प्रति घंटे 18 उल्काएं देखी जा सकती है।

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लिरिड्स 100 उल्काओं को फैलाने में सक्षम है। यह घटना 2020 के बाद 2280 से पहले नहीं दिखेगी। इनकी रफ्तार 177,000 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। लिरिड्स मेटियोर शॉवर के अलावा लेनोइड्स मेटियोर और गरमिनीड्स मेटियोर सिक नवंबर और दिसंबर में भी देखा जा सकता है।

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