इस चीज का था शौक
शीला दीक्षित को किसी भी आम लड़की की भांति तरह-तरह के जूते-चप्पल पहनने का खूब शौक था। उनके पास इसका अच्छा खासा कलेक्शन भी था। उन्हें रंग-बिरंगे फुटवेयर पहनने का बेहद शौक था। इसके अलावा उन्हें शुरुआत से ही संगीत का बेहद शौक रहा। शीला अपने पसंदीदा गाने सुनने के लिए रेडियो ( Radio ) के पास बैठी रहती थीं। साथ ही उन्हें पढ़ना और फिल्में देखना भी खूब पसंद था। उन्होंने थियेटर में पहली फिल्म ‘हैमलेट’ देखी थी।
इतनी मिलती थी पॉकेट मनी
आम बच्चों की तरह ही शीला को भी बचपन में पॉकेट मनी मिला करती थी। उन्हें उस समय 5 रुपये पॉकेट मनी के रूप में मिला करते थे। इन्हीं पैसों को बचाकर कुछ ही दिनों में उहोंने सिंपल डिजाइन वाले रंग बिरंगे फुटवेयर खरीदे थे। अपनी जिंदगी से जुड़े इन पहलुओं का खुलासा खुद शीला ने अपनी आत्मकथा,’सिटीजन दिल्ली: माई टाइम्स, माई लाइफ’ में किया था। ये पुस्तक पिछले साल प्रकाशित हुई थी। किताब में वो बताती हैं कि उस समय उनके पास टेलीविजन ( Television ) नहीं था ऐसे में उन्होंने रेडियो सुनने के लिए भी दिन में कुछ घंटे निर्धारित कर रखे थे। उनकी जिंदगी स्कूल की पढ़ाई करने और वक्त बिताने के लिए किताबे पढ़ने, कभी-कभी फिल्में देखने और संगीत सुनने के इर्द-गिर्द घूमती थी।