जिस दिन प्रभु ईसा मसीह ने अपने जीवन का बलिदान वह दिन शुक्रवार का था।
उन्हीं की याद में इस दिन को 'गुड फ्राइडे' का नाम दिया गया। कुछ लोग इस दिन को ब्लैक फ्राइडे भी कहते हैं।
कहते हैं गुड फ्राइडे के दिन ईसा मसीह ने अपनी मृत्यु के बाद फिर से जीवन धारण किया था।
इस दिन सिर्फ लकड़ी पर खटकट की आवाज की जाती है। इसके बाद ईसा मसीह के प्रतीक माने जाने वाले क्रॉस को चूम जाता है।
गुड फ्राइडे के दिन सभी अनुयायी चर्च में प्रभु यीशु की प्रार्थना करते हैं। लेकिन इस दिन चर्च में घंटा नहीं बजाया जाता है।